हार्दिक का अनशन 12 वें दिन भी जारी, कांग्रेस ने मांगा सीएम रूपाणी से मिलने का समय
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हार्दिक का अनशन 12 वें दिन भी जारी, कांग्रेस ने मांगा सीएम रूपाणी से मिलने का समय

गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव के हार्दिक के पास जाने के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ गई.

फोटो टि्वटर से

अहमदाबाद: पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल का अनशन बुधवार को 12 वें दिन भी जारी रहा. इस बीच, कांग्रेस ने कृषि ऋण माफी के लिए उनकी मांग को अपना समर्थन दिया और गुजरात की बीजेपी सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव के हार्दिक के पास जाने के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. बता दें कि हार्दिक अपने आवास पर 25 अगस्त से अनशन पर बैठे हुए हैं. 

कांग्रेस ने बीजेपी पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया
सातव ने कृषि ऋण माफी के लिए हार्दिक की मांग का समर्थन किया और आरोप लगाया कि बीजेपी को किसानों की परवाह नहीं है. उन्होंने हार्दिक से मुलाकात के बाद कहा, ‘‘बीजेपी किसानों और उनके मुद्दों के बारे कभी बात नहीं करती. उसे सिर्फ चुनाव के दौरान उनकी याद आती है और उसके बाद भूल जाती है. राज्य सरकार को हार्दिक द्वारा उठाए गए मुद्दे पर अवश्य ही चर्चा करनी चाहिए.’’ सातव ने कहा, ‘‘चूंकि बीजेपी सरकार ने अनशन खत्म करने के लिए पटेल को मनाने की कोई कोशिश शुरू नहीं की है, इसलिए हम इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे. सरकार को झुकना होगा. यदि यह नहीं झुकी तो हम दबाव बनाएंगे. हमने मुख्यमंत्री (विजय रूपाणी) से मिलने का समय मांगा है.’’ 

कांग्रेस आरक्षण पर साफ करे अपना रुख- बीजेपी
इस पर, गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि कांग्रेस को आरक्षण पर हार्दिक की मांग के बारे में पहले अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. सातव ने कई चीजें कहीं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि उनकी पार्टी पाटीदारों को आरक्षण कैसे देगी, जब सुप्रीम कोर्ट ने 50 फीसदी की सीमा तय कर रखी है. मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को इस बारे में आत्मावलोकन करने की जरूरत है कि उसने किसानों के लिए क्या किया है. हमने गुजरात में कृषि क्षेत्र के लिए 30,000 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया है. 

सरकार पर बनाएंगे और अधिक दबाव- पाटीदार समिति
उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि हार्दिक को अपना अनशन खत्म करना चाहिए और चिकित्सकों से सहयोग करना चाहिए. वहीं, पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने कहा कि यह सरकार पर दबाव बढ़ाएगी और विधायकों तथा सांसदों से संपर्क करेगी. समिति के संयोजक मनोज पानरा ने कहा है कि इसके सदस्य सभी 182 विधायक, लोकसभा के 26 सांसदों और राज्यसभा के 11 सदस्यों (राज्य से) से गुरूवार को मिलेंगे और उनसे पूछेंगे कि क्या वे इस उद्देश्य के लिए हार्दिक का समर्थन करते हैं या नहीं.

(इनपुट भाषा से)

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