गुजरात: 'जल समाधि' लेने जा रहे विधायक को पुलिस ने रोका, हार्दिक पटेल समेत 7 गिरफ्तार
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गुजरात: 'जल समाधि' लेने जा रहे विधायक को पुलिस ने रोका, हार्दिक पटेल समेत 7 गिरफ्तार

राजकोट जिले के भदर नदी में ‘जल समाधि’ लेने जा रहे गुजरात कांग्रेस के एक विधायक को उनकी पार्टी के सात अन्य विधायकों, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और अन्य के साथ जिले के भुखी गांव के पास हिरासत में ले लिया गया. 

धोराजी सीट से कांग्रेस विधायक ललित वसोया.(फोटो-facebook.com/lalitbhai.vasoya)

राजकोट: राजकोट जिले के भदर नदी में ‘जल समाधि’ लेने जा रहे गुजरात कांग्रेस के एक विधायक को उनकी पार्टी के सात अन्य विधायकों, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और अन्य के साथ जिले के भुखी गांव के पास हिरासत में ले लिया गया. धोराजी सीट से कांग्रेस विधायक ललित वसोया कपड़ा रंगने की इकाइयों से निकलने वाले अपशिष्टों से नदी में प्रदूषण के विरोध में भदर नदी में जल समाधि लेने पहुंचे. वसोया के समर्थन में कांग्रेस के सात अन्य विधायक, पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और अन्य भुखी गांव में एकजुट हुए थे. जेतपुर के पुलिस उपाधीक्षक जे एम भरवाद ने बताया, ‘‘वसोया के अलावा कांग्रेस के सात विधायकों, हार्दिक एवं 12 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया. 

ये वसोया के समर्थन में भुखी गांव में इकट्ठा हुए थे जो जल समाधि लेने जा रहे थे. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘वसोया एवं अन्य ने जब लिखित आश्वासन दिया कि वह जल समाधि नहीं लेंगे तब उन्हें रिहा कर दिया गया.’’ 

हार्दिक पटेल को राहत, गुजरात हाईकोर्ट ने 2015 के दंगों के लिए सजा पर लगाई रोक
गुजारत हाईकोर्ट ने बुधवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को 2015 में हुए दंगों के मामले में ट्रायल कोर्ट द्वारा दी गई जेल की सजा पर रोक लगा दी है. यह आदेश न्यायमूर्ति एसएच वोहरा द्वारा दिया गया जो अगली सुनवाई तक वैध रहेगा. ट्रायल कोर्ट ने हार्दिक पटेल को दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी. हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार, उन्हें उनकी अपील सुने जाने तक पुलिस के सामने आत्मसमर्पण नहीं करना होगा.हार्दिक ने विसनगर अदालत के 25 जुलाई के आदेश को चुनौती दी थी जिसमें उन्हें 2015 में आरक्षण आंदोलन के दौरान स्थानीय विधायक ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में आगजनी और दंगा करने का दोषी पाया गया था.

हार्दिक पटेल ने संवाददाताओं से कहा, 'हाईकोर्ट ने मेरे द्वारा दायर एक मामले में फैसला सुनाया है. अब हाईकोर्ट की जो भी प्रक्रिया होगी हम उसका पालन करेंगे. हमने कोई भी ऐसा गैरकानूनी काम नहीं किया जिसके लिए हमें सजा होनी चाहिए.'
हार्दिक ने कहा, 'हम सच्चाई के लिए काम कर रहे हैं और अगर लोगों के मुद्दों को उठाते वक्त आप हार्दिक को बागी कहते हैं तो मैं बागी हूं. 2015 में पटेलों को लेकर हुई पहली बड़ी रैली की तीसरी वर्षगांठ पर 25 अगस्त को मैं अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करूंगा.' पटेल समुदाय के लिए नौकरी और शैक्षणिक क्षेत्रों में आरक्षण की मांग के लिए 2015 में आयोजित एक रैली के दौरान 500 लोगों की भीड़ हिंसक हो गई थी और तत्कालीन बीजेपी विधायक रुशिकेश पटेल के कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. 

इनपुट भाषा से भी 

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