कोटा: निजी अस्पताल की मनमानी आई सामने, प्रसूता को थमाया 1.5 लाख का बिल
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कोटा: निजी अस्पताल की मनमानी आई सामने, प्रसूता को थमाया 1.5 लाख का बिल

कोटा के राधा कृष्णा अस्पताल में महिला की डिलीवरी कराने के नाम पर परिजनों से डेढ़ लाख रुपये मांगने के मामले में प्रशासन हरकत में आ गया है. जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने प्रसूता को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवा दिया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुकेश सोनी, कोटा: कोटा शहर(Kota City) के शीला चौधरी रोड स्थित राधा कृष्णा अस्पताल(Radha Krishna Hospital) में महिला की डिलीवरी कराने के नाम पर परिजनों से डेढ़ लाख रुपये मांगने के मामले में प्रशासन हरकत में आ गया है. 

जिला कलेक्टर ओम कसेरा(District Kasera ) ने जेके लोन अस्पताल(Jk Lone Hospital) पहुंचकर मरीज और उसके परिजनों से मुलाकात की है. और प्रसूता को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवा दिया है. जहां पर उसका इलाज जारी है. अस्पताल पहुंचे कलेक्टर ओम कसेरा ने प्रसूता के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, वहीं महिला डॉक्टर को बुलाकर मरीज को स्पेशल ट्रीटमेंट देने के निर्देश भी दिए. 

बाद में मीडिया से बातचीत में कलेक्टर ने कहा कि मामला सामने आने के बाद तुरंत कार्रवाई के लिए सीएमएचओ को निर्देश दे दिए गए हैं. जिसके बाद महिला मरीज को निजी अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर जेके लोन में भर्ती करवाया गया.

अब इस मामले में सीएमएचओ जांच कर रहे हैं. वहीं पीड़ित पक्ष और अस्पताल प्रबंधन की ओर से अलग अलग बयान सामने आ रहे है. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में खुलासा होने पर जिसे भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

गौरतलब हो कि शाहबाद निवासी भरत की पत्नी को 27 अक्टूबर को प्रसव पीड़ा हुई. तो उसे सरकारी अस्पताल लाया गया. जहां से उसे कोटा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. भरत का आरोप लागाया कि रास्ते में एंबुलेंस चालक ने गुमराह किया और मेडिकल कॉलेज ले जाने की बजाय उसे राधा कृष्ण अस्पताल में भर्ती करा दिया. वहीं राधा कृष्ण अस्पताल ने उसे प्रसव के बीस हजार रुपए का चार्ज बताया. लेकिन प्रसव के बाद उसे डेढ लाख का बिल थमा दिया गया.

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