ममता ने कहा कि लॉकडाउन के तुरंत बाद अपने गांवों में लौटने के दौरान मरने वाले प्रवासियों की संख्या या कोरोनावायरस (Coronavirus) के खिलाफ लड़ाई के दौरान मरने वाले डॉक्टरों की संख्या के बारे में संसद में पूछे जाने पर 'कोई डेटा उपलब्ध नहीं' होने का केंद्र सरकार का रुख था.
Trending Photos
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने 'नागरिकों को डेटा प्रदान करने में पारदर्शिता की कमी' को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, 'आज 'इंटरनेशनल डे फॉर यूनिवर्सल एक्सेस टू इनफॉर्मेशन' (सूचना के लिए सार्वभौमिक पहुंच के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस) है. यह हैरतअंगेज कर देने वाला है कि हालिया संसद सत्र के दौरान भारत सरकार कैसे उजागर हुई.'
कोई डेटा उपलब्ध नहीं
ममता ने कहा कि लॉकडाउन के तुरंत बाद अपने गांवों में लौटने के दौरान मरने वाले प्रवासियों की संख्या या कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई के दौरान मरने वाले डॉक्टरों की संख्या के बारे में संसद में पूछे जाने पर 'कोई डेटा उपलब्ध नहीं' होने का केंद्र सरकार का रुख था. उन्होंने कहा, 'प्रत्येक नागरिक को सूचना का अधिकार है. सरकार लोगों के प्रति जवाबदेह है.'
ये भी पढ़ें- इन देशों में छिड़ा युद्ध, अब तक 23 लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल
आठ सदस्यों का निलंबन
मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह राज्यसभा के आठ सदस्यों के निलंबन के बाद केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया था और घोषणा की थी कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस कृषि विधेयकों पर 'अलोकतांत्रिक' कदम के विरोध में सड़कों पर उतरेगी. (इनपुट आईएएनएस)