पीएम नरेंद्र मोदी का गुजरात दौरा आज, महात्मा गांधी संग्रहालय का करेंगे उद्घाटन
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पीएम नरेंद्र मोदी का गुजरात दौरा आज, महात्मा गांधी संग्रहालय का करेंगे उद्घाटन

पीएम मोदी राजकोट के अल्फ्रेड हाई स्कूल में नव निर्मित महात्मा गांधी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे. महात्मा गांधी ने 1887 में इस स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा की थी.

प्रधानमंत्री का दिनभर का दौरा आणंद जिले के मोगर में गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के चॉकलेट संयंत्र के उद्घाटन के साथ शुरू होगा. (फाइल फोटो)

अहमदाबाद:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महात्मा गांधी को समर्पित एक संग्रहालय, अमूल चॉकलेट के एक संयंत्र और विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के लिए रविवार को गुजरात के राजकोट, आणंद और कच्छ जिलों का दौरा करेंगे. पीएम मोदी राजकोट के अल्फ्रेड हाई स्कूल में नव निर्मित महात्मा गांधी संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे. 

महात्मा गांधी ने 1887 में इस स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा की थी. आजादी के बाद इस स्कूल का नाम बदलकर मोहनदास गांधी हाईस्कूल रख दिया गया था. अधिकारियों द्वारा इसे संग्रहालय में तब्दील करने के उद्देश्य से 2017 में इसे बंद कर दिया गया था. 

प्रधानमंत्री का दिनभर का दौरा आणंद जिले के मोगर में गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के चॉकलेट संयंत्र के उद्घाटन के साथ शुरू होगा. प्रधानमंत्री यहां किसानों को भी संबोधित करेंगे. जीसीएमएमएफ के पास अमूल का स्वामित्व है. 

इसी जगह से मोदी वीडियो लिंक के जरिए जिले की अंकलाव तहसील के मुजकुवा में एक सौर ऊर्जा सहकारी समिति की भी शुरुआत करेंगे. यह समिति 11 किसानों ने बनाई है जो सिंचाई के लिये सौर ऊर्जा का उत्पादन करेगा और अतिरिक्त सौर ऊर्जा की बिक्री भी करेगा. 

मोदी इसके साथ ही कच्छ जिले के अंजार में गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लिमिटेड (जीएसपीएल) द्वारा मुंद्रा पोर्ट और अंजार के बीच बिछाई गई प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को भी राष्ट्र को सौंपेंगे. वह कच्छ के वरसाना, भीमासार, अंजार और भुज शहरों को जोड़ने के लिए चार लेन वाले राजमार्ग के लिये भूमिपूजन भी करेंगे.

'ज्ञान किताबी नहीं हो सकता, संतुलित विकास नवोन्मेष के बिना संभव नहीं'
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ज्ञान और शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं हो सकते तथा शिक्षा का मकसद व्यक्ति के हर आयाम का संतुलित विकास करना है जो नवोन्मेष के बिना संभव नहीं है.

प्रधानमंत्री ने दिल्ली में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से ‘पुनरुत्थान के लिये शिक्षा पर अकादमिक नेतृत्व’ विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा,‘हमारे प्राचीन तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों में ज्ञान के साथ नवोन्मेष पर भी जोर दिया जाता था. नवोन्मेष के बिना व्यवस्था बोझ बन जाती है.’ पीएम मोदी ने कहा कि इस वास्तविकता को स्वीकार करना होगा कि आज दुनिया में कोई भी देश, समाज या व्यक्ति एकाकी होकर नहीं रह सकता.

(इनपुट - भाषा)

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