पंजाब पुलिस के 180 नए रिक्रूटों ने एसओजी ज्वाइन की, 280 कमांडो व प्रशिक्षक रहेंगे.
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नई दिल्ली : पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों और उनके लॉन्चपैड का खात्मा करने वाली भारतीय सेना की टीम के सदस्य रहे चार कमांडो अब पंजाब पुलिस के नवगठित स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को विशेष ट्रेनिंग दे रहे हैं, ताकि इस सीमावर्ती राज्य में आतंकी हमलों जैसे गंभीर खतरों का सामना किया जा सके. पंजाब पुलिस अभी 20 ऐसे कमांडो को सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल रहे फौजियों से ट्रेनिंग दिलवा रही है. इनमें 14 एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ज्वाइन कर चुके हैं. इनकी पटियाला में ट्रेनिंग भी शुरू हो चुकी है. एसओजी के अतिरिक्त एडीजीपी राकेश चंद्र ने बताया कि हमने सेना, पैरामिलेट्री और एनएसजी के प्रशिक्षण केंद्रों से भी संपर्क किया है ताकि अपने कमांडो को ट्रेनिंग दिलवा सकें. इनकी भर्ती का फैसला राज्य के गृह विभाग और आला अफसरों की बैठक में हुआ था. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और डीजीपी सुरेश अरोड़ा की मंजूरी के बाद इसे अमलीजामा पहनाया जा रहा है. गृह विभाग का चार्ज भी मुख्यमंत्री के पास ही है.
कोई भी घुसपैठ रोकने में होंगे सक्षम
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक एडीजीपी चंद्रा ने बताया कि अब तक राज्य पुलिस के 180 नए रिक्रूटों ने एसओजी ज्वाइन कर ली है, जहां 280 कमांडो व प्रशिक्षक होंगे. राज्य के इस एसओजी को आतंकवादी घटना का मुंहतोड़ जवाब देने के इरादे से तैयार किया जा रहा है. ये फोर्स घुसपैठ, हाईजैकिंग और अन्य संवेदनशील परिस्थितियों से निपटने में सक्षम होगी. सरकार ने यह प्रस्ताव भी किया है कि इजराइल से विशेषज्ञों की मदद लेकर एसओजी को ट्रेन किया जाए. हरेक टुकड़ी में 27 कमांडो रखने का विचार है. जो चार कमांडो सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल थे और यहां के कमांडों को प्रशिक्षित कर रहे हैं वे हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हैं. उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं. जिन पुलिसवालो ने एसओजी ज्वाइन की है उन्हें एक करोड़ रुपए का बीमा कवर दिया गया है.
5.7 करोड़ रुपए खर्च आएगा एसओजी गठन पर
एसओजी के गठन में 5.7 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है. इसके मुखिया एडीजीपी होंगे और डीआईजी उनके सहायक होंगे. इसे तीन टीमों में बांटा जाएगा. हरेक टीम का नेतृत्व एसपी रैंक के अधिकारी करेंगे, जिनकी उम्र 35 साल के आसपास होगी. डीएसपी रैंक के 30 साल के अधिकारियों को ही इस विशेष ग्रुप में शामिल किया जाएगा. एक बार एसओजी के गठन के बाद सभी विशेष फोर्स को आपस में मिला दिया जाएगा.