राजस्थान: मूंग, उड़द, सोयाबीन की खरीद आज से शुरू, किसानों को मिल रहा वाजिब समर्थन मूल्य
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राजस्थान: मूंग, उड़द, सोयाबीन की खरीद आज से शुरू, किसानों को मिल रहा वाजिब समर्थन मूल्य

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि मूंगफली की खरीद के लिए विभाग ने 72 खरीद केन्द्र स्थापित किए हैं. राज्य सरकार किसानों के हित में पूरी तरह संकल्पबद्ध है

उपज की गुणवता सुनिश्चित करने के लिए खरीद केन्द्रों पर कमेटी का गठन कर दिया गया है.

जयपुर: प्रदेश में अन्नदाताओं की मेहनत का सही समर्थन मूल्य पर खरीद सरकार ने आज से शुरू कर दी है. सहकारिता विभाग ने किसानों से मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद शुरू कर किसानों को बड़ी राहत दे रही दी है. किसानों से खरीद के लिए सहकारिता विभाग ने 250 केन्द्र बनाए है. प्रदेश में अब तक मूंग, उड़द, सोयाबीन और मूंगफली के लिए 2.09 लाख किसानों ने पंजीयन करवा लिया है.

आज से मूंग, उड़द, सोयाबीन की खरीद केंद्रों पर शुरू हो चुकी है जबकि मूंगफली की खरीद समर्थन मूल्य पर 7 नवंबर से शुरू होगी. केन्द्र सरकार ने चारों जिन्सों के लिए 9.63 लाख मीट्रिक टन खरीद की अनुमति दी है. जिसमें से 2 लाख 28 हजार 350 मीट्रिक टन मूंग, 73 हजार 800 मीट्रिक टन उड़द, 3 लाख 6 हजार 875 मीट्रिक टन मूंगफली एवं 3 लाख 54 हजार 100 मीट्रिक टन सोयाबीन की खरीद किसानों से की जाएगी.

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि मूंगफली की खरीद के लिए विभाग ने 72 खरीद केन्द्र स्थापित किए हैं. राज्य सरकार किसानों के हित में पूरी तरह संकल्पबद्ध है. यदि आवश्यकता हुई तो अतिरिक्त खरीद केन्द्र स्थापित करने की भी व्यवस्था की जाएगी. किसानों में ऑनलाइन पंजीयन के प्रति भारी उत्साह है. ऑनलाइन पंजीयन की पारदर्शी प्रक्रिया से किसान बिना किसी परेशानी के निर्धारित दिन ही अपनी उपज को बेच सकेंगे और उसका भुगतान स्वयं उनके खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाएगा.

किसानों से 7050 रूपये प्रति क्विटंल मूंग, 5090 प्रति क्विटंल मूंगफली, 5700 रूपये प्रति क्विटंल उड़द और 3710 रूपये प्रति क्विटंल सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है. मंत्री उदयलाल आंजना का कहना है कि किसानों की ओर से मूंग के लिए 1 लाख 19 हजार 867, मूंगफली के लिए 87 हजार 120, उड़द के लिए 1 हजार 778 और सोयाबीन के लिए 339 पंजीयन हो गए हैं जबकि किसानों की ओर से पंजीयन लगातार जारी है.

उपज की गुणवता सुनिश्चित करने के लिए खरीद केन्द्रों पर कमेटी का गठन कर दिया गया है. इस कमेटी में संबंधित क्रय-विक्रय सहकारी समिति के व्यवस्थापक या केन्द्र प्रभारी, निरीक्षक, संबंधित कृषि उपज मंडी समिति के सचिव,संबंधित क्षेत्र का कृषि पर्यवेक्षक शामिल किए गए है. ये कमेटी गुणवता संबंधी विवादों का मौके पर ही निस्तारण करेंगी.    

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