राजस्थान सरकार देगी पर्यावरण संरक्षण का संदेश, कार्यक्रमों में नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल
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राजस्थान सरकार देगी पर्यावरण संरक्षण का संदेश, कार्यक्रमों में नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल

इसकी शुरुआत सोमवार को सचिवालय में आईएएस सेवानिवृत्ति समारोह से की गई.

कॉन्फ्रेंस, बैठकों में अब कांच की बोतलें रखी जा रही हैं. (प्रतीकात्मक फोटो)

जयपुर: सचिवालय में कॉन्फ्रेंस, बैठकों में प्लास्टिक की बोतलों के बजाय अब कांच की बोतलों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इसकी शुरुआत सोमवार को प्रदेश सचिवालय में आईएएस सेवानिवृत्ति समारोह से हुई.

आपको बता दें कि प्लास्टिक अपशिष्ट मुक्त अभियान स्वच्छता ही सेवा 2019 का 11 सितंबर से तीन चरणों में शुरू हुआ. अभियान के तहत गांवों, शहरों, स्थानीय निकायों और सार्वजनिक स्थानों सहित धार्मिक स्थानों, स्कूल, रेलवे स्टेशन में प्लास्टिक अपशिष्ट का कुशल प्रबंधन करना है.

इसी मुहिम के दौरान प्रदेश सचिवालय में कॉन्फ्रेंस, बैठकों में इसके बजाय अब कांच की बोतलें रखी गईं हैं. इसकी शुरुआत सोमवार को सचिवालय में आईएएस सेवानिवृत्ति समारोह से हुई.

बता दें, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर राष्ट्रव्यापी श्रमदान और प्रतिज्ञा का आयोजन होगा. 3 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक प्लास्टिक अपशिष्ट की रीसाइक्लिंग और प्रभावी निपटारा किया जाएगा.

गांधी जयंती के उपलक्ष्य में स्वच्छता की थीम पर होंगे कार्यक्रम
केंद्र ने राज्यों को प्लास्टिक में अवांछित उपयोग की पाबंदी के लिए दंड जुर्माने और प्रक्रिया का प्रावधान किए जाने के लिए कहा है. इसे केंद्र की महत्वपूर्ण कार्य योजना के रूप में देखा जा रहा है और राज्यों को इसकी पालना रिपोर्ट भी देनी होगी. बैठकों में प्लास्टिक की जगह कांच की बोतल रखकर इसकी शुरुआत हो गई है.

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