Trending Photos
Uddhav Thackeray on fuel price cut: देश में डीजल और पेट्रोल के दामों (Petrol-Diesel Price) यानी ईंधन (Fuel) की कीमतों में कमी पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Tahackeray) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पर निशाना साधा है. सीएम ठाकरे केंद्र के उस फैसले की आलोचना कर रहे थे. इस फैसले से उत्पाद शुल्क में कुछ राहत मिली है, जिससे कीमतों को कम करने में मदद मिलेगी.
कहा कि केंद्र को यह ढोंग बंद करना चाहिए और पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती करनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि दो महीने पहले केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 18.42 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी और शनिवार को इसमें 8 रुपये की कटौती करने की घोषणा की है. इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क में भी 18.24 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी और अब इसे 6 रुपये घटा दिया गया है.
ठाकरे ने कहा, 'पहले बड़े पैमाने पर कीमतें बढ़ाएं और फिर उन्हें मामूली पैमाने पर घटाएं, और फिर कीमतों में कमी का ढोंग करें. यह सही नहीं है.' उन्होंने देश के नागरिकों से सरकारी आंकड़ों में न फंसने का भी आह्वान किया. ठाकरे ने यह भी कहा, 'देश के लोगों को सही मायने में राहत तभी मिलेगी जब उत्पाद शुल्क में उतनी ही कटौती की जाए जितनी छह-सात साल पहले थी.'
आपको बताते चलें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा ईंधन की कीमतों में बड़ी कटौती की घोषणा किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के लिए जनता सबसे पहले है. मोदी ने ट्वीट किया, 'हमारे लिए हमेशा लोग पहले होते हैं! आज के फैसले, विशेष रूप से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में महत्वपूर्ण कमी से संबंधित, विभिन्न क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे, हमारे लोगों को राहत प्रदान करेंगे और 'ईज ऑफ लिविंग' को आगे बढ़ाएंगे.'
वहीं केंद्र पर तंज कसते हुए नसीहत देने वाले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे क्या खुद राज्य में ईंधन के दाम करने के लिए टैक्स कम करेंगे इस पर उन्होंने कुछ भी नहीं कहा.
ये भी पढ़ें- Weather Update: अगले 4 दिन चिलचिलाती गर्मी से मिलेगी राहत, IMD ने इन राज्यों में बारिश को लेकर किया अलर्ट
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा कि पिछले आठ साल में सरकार ने लोगों को 27 लाख करोड़ रुपये लूटे हैं और अब वह थोड़ी राहत दे रही है. लोंधे ने कहा, 'अगर वे वास्तव में लोगों का बोझ कम करना चाहते हैं तो भाजपा सरकार को सभी करों को 2014 के स्तर तक कम करना चाहिए और रसोई गैस सिलेंडर की दरों को घटाकर 400 रुपये करना चाहिए.' पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की भारी दरों के खिलाफ पिछले कुछ हफ्तों से व्यापक विरोध के बीच उत्पाद शुल्क में कमी आई है, जिसने आम जनता के लिए उनकी आय में किसी भी तरह की वृद्धि के बिना जीवन को दयनीय बना दिया है.
ये भी पढ़ें- Delhi IGI: एयरपोर्ट पर तिरंगे को जमीन पर बिछाकर नमाज अदा कर रहा था युवक, जानिए फिर क्या हुआ
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस, कई छोटे दलों, सामाजिक समूहों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य लोगों के अलावा, आम आदमी के सामने आने वाले दुखों की ओर भाजपा का ध्यान आकर्षित करने के लिए राज्यभर में कई आंदोलन चला रहे हैं.
LIVE TV