मुंबई (Mumbai) में गुरुवार को उजागर हुए टीआरपी घोटाले (TRP scandal) में कई नई जानकारियां सामने आई हैं. जी न्यूज की पड़ताल में पता चला है कि जिन लोगों के घरों पर टीआरपी मापने वाला बेरो मीटर लगा है, उन्हें आरोपी विशाल भंडारी ने अलग अलग समय पर पेमेंट किया था.
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मुंबई: मुंबई (Mumbai) में गुरुवार को उजागर हुए टीआरपी घोटाले (TRP scandal) में कई नई जानकारियां सामने आई हैं. जी न्यूज की पड़ताल में पता चला है कि जिन लोगों के घरों पर टीआरपी मापने वाला बेरो मीटर लगा है, उन्हें आरोपी विशाल भंडारी ने अलग अलग समय पर पेमेंट किया था.
जी न्यूज ने ढूंढ निकाला पैसे लेने वाला शख्स
जी न्यूज ने मुंबई में ऐसे ही एक शख्स को ढूंढ़ निकाला. जिसके घर पर हंसा एजेंसी ने बेरोमीटर लगा रखा है. उस शख्स के गूगल पे की हिस्ट्री से पता चलता है कि आरोपी विशाल भंडारी ने उसे कब-कब और कितनी रकम अदा की.
सर्वे के नाम पर किया घर का चयन
जी न्यूज कैमरे पर उस शख्स ने बताया कि उसे विवेक भारती का कॉल आया था कि सर्वे में उनका नाम चयनित हो गया है. उसने बताया कि आपके घर मीटर लगेगा और हर महीने तीन सौ रुपए मिलेंगे. शख्स के मुताबिक उसके हामी भरने पर करीब 3 साल पहले उनके घर पर पांडेजी नाम के आदमी ने मीटर लगाया. कुछ दिनों बाद पांडेजी का तबादला हो गया. उसके बाद दिनेश विश्वकर्मा आए और फिर कुछ समय बाद उनका भी तबादला हो गया.
गूगल पे से कई बार भेजे
इसके बाद विशाल भंडारी आए. आरोप है कि विशाल ने उनसे कहा कि मैं आपको कुछ पैसे दूंगा एक चैनल चलाने के लिए. उस चैनल का नाम बॉक्स सिनेमा था. इसके लिए विशाल भंडारी उसे हर महीने 400 रुपए देने लगा. उसने 4 से 6 महीने गूगल पे के जरिए उसे पैसे भेजे. कई बार उसने उनके खाते में भी पैसे ट्रांसफर किए.
फोन करके पूछता था कि कौन सा चैनल देख रहे हो
शख्स के मुताबिक विशाल भंडारी के कहे मुताबिक वह रोजाना दोपहर दो से चार बजे के बीच ये चैनल चलाकर बाहर चला जाता था. कभी कभी विशाल भंडारी उसे फोन करके पूछता था कि इस वक्त आप कौन सा चैनल देख रहे हैं और बॉक्स सिनेमा पर इस वक्त कौन सी मूवी चल रही है.
विशाल ने घरवालों को बताने से मना किया
उस शख्स ने कहा कि उसने ये सब काम अनजाने में किया. विशाल भंडारी ने उससे कहा कि था कि इसमें कुछ गलत नहीं है. उसने ये भी कहा था कि ये बात अपने घर वालों को भी नहीं बताना. मैंने ये बात अपने पिता को नहीं बताई लेकिन अपनी मां और बहन को ज़रूर बताई थी. मुझे ये टीआरपी क्या होता है ये नहीं पता था, सिर्फ ये पता था कि ये लगाने से चैनल ऊपर आता है.
TRP घोटाले पर मुंबई पुलिस का बयान
इस पूरे TRP घोटाले पर मुंबई पुलिस ने बयान जारी किया है. पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता ने एक चैनल का नाम लेते हुए पुलिस से शिकायत की थी.जब हमने FIR दर्ज करके जांच शुरू की तो उस चैनल के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला, लेकिन जांच के दौरान हमें रिपब्लिक टीवी के साथ दो और चैनल बॉक्स सिनेमा और फक्त मराठी यानी कुल मिलाकर तीन चैनलों के खिलाफ सबूत मिले हैं. बॉक्स सिनेमा और फक्त मराठी चैनल से जुड़े दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि तीसरे चैनल यानी रिपब्लिक टीवी को लेकर आगे की जांच जारी है.
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