DNA ANALYSIS: सुशांत-रिया पर खेमों में बंटा मीडिया, News नैतिकता की नई परिभाषा क्या है?
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DNA ANALYSIS: सुशांत-रिया पर खेमों में बंटा मीडिया, News नैतिकता की नई परिभाषा क्या है?

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में गुरुवार को आरोपी रिया चक्रवर्ती के एक टीवी इंटरव्यू की चर्चा रही. लोग बहस कर रहे हैं कि ये इंटरव्यू होना चाहिए था या नहीं? भारत एक ऐसा देश है जो भावनाओं पर चलता है और ये भावनाएं अक्सर पीड़ित के साथ होती हैं, आरोपी के साथ नहीं.

DNA ANALYSIS: सुशांत-रिया पर खेमों में बंटा मीडिया, News नैतिकता की नई परिभाषा क्या है?

नई दिल्ली: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में गुरुवार को आरोपी रिया चक्रवर्ती के एक टीवी इंटरव्यू की चर्चा रही. लोग बहस कर रहे हैं कि ये इंटरव्यू होना चाहिए था या नहीं?भारत एक ऐसा देश है जो भावनाओं पर चलता है और ये भावनाएं अक्सर पीड़ित के साथ होती हैं, आरोपी के साथ नहीं. रिया और उसका परिवार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में आरोपी है. इसलिए भारत के ज्यादातर  लोग नहीं चाहते कि रिया को कोई मंच मिले. जहां वो अपनी सफाई पेश करके अपने लिए सहानुभूति का माहौल बना सकें. 

सुशांत की बहन ने रिया के इंटरव्यू पर जताई आपत्ति
ऐसे में एक न्यूज़ चैनल ने रिया चक्रवर्ती को प्लेटफॉर्म देकर उसका इंटरव्यू लिया. जिसमें वो शायद झूठ और सच दोनों बोल रही थी. रिया चक्रवर्ती के इस इंटरव्यू की जानकारी मिलने पर पर सुशांत की बहन श्वेता ने भी अपने गुस्से का इजहार किया है. उन्होंने एक ट्वीट करके कहा कि एक चैनल रिया चक्रवर्ती के दो घंटे के इंटरव्यू को ऑन एयर कर रहा है. अगर ऐसा होता है तो ये उन 130 करोड़ भारतीयों के लिए शर्म की बात होगी जो सुशांत को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.

लेकिन शाम को रिया का ये इंटरव्यू ऑन एयर हो गया. सवाल ये है कि इस इंटरव्यू को कितने लोगों ने देखा? जो लोग सोशल मीडिया पर इस इंटरव्यू का विरोध कर रहे हैं, क्या उन्होंने अपना टेलीविजन बंद कर दिया? ये भारत के लिए नई चुनौती है और इस चुनौती का सामना भारत ने कैसे किया. इसका पता आपको अगले हफ्ते चलेगा जब न्यूज चैनल की रेटिंग यानी TRP आएगी. अगर इस इंटरव्यू को अच्छी रेटिंग मिलती है तो इससे भारत के दोहरे मापदंड उजागर हो जाएंगे.

दोहरा चरित्र उजागर किया
इस इंटरव्यू ने भारत की मीडिया को भी एक्सपोज कर दिया है. नैतिक और कानूनी रूप से क्या ठीक है और क्या नहीं. मीडिया ने आज इन दोनों ही बातों को नजरअंदाज कर दिया है. इस सबके केंद्र में सिर्फ टीआरपी (TRP) है. अगर टीआरपी (TRP) के नजरिए से कोई चीज ठीक है तो फिर किसी को भी कानून और नैतिकता की परिभाषा से कोई फर्क नहीं पड़ता. बड़े-बड़े पत्रकार ऐसे मामलों पर जब कुछ लिखते हैं तो वो नैतिकता की खूब दुहाई देते हैं. लेकिन जब बात TRP की आती है तो इसी नैतिकता की कुर्बानी दे दी जाती है. ये पत्रकार आतंकवादियों को भी मंच देते हैं और दाग़ी नेताओं और अपराधियों के भी इंटरव्यू करते हैं.

मीडिया में अक्सर ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है. जब किसी खबर को दिखाने में कानूनी रूप से कुछ भी गलत नहीं होता. लेकिन नैतिक तौर पर इसे सही नहीं माना जाता. लेकिन अक्सर TRP की होड़ में इस बात की अनदेखी कर दी जाती है. इस चक्कर में पत्रकार ऐसी बड़ी खबर या इंटरव्यू के पीछे भागते हैं. जिससे TRP आती हो. लेकिन इसकी भी एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए. लेकिन मसालेदार खबरों का लालच ही ऐसा होता है कि बड़े-बड़े पत्रकार भी गिद्ध बन जाते हैं . इसलिए आज सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या TRP में देश की भावनाएं भी झलकती ​हैं?

दर्शकों का फैसला क्या है ?
इस पूरी बहस का दूसरा पहलू भारत के दर्शक हैं. मीडिया ने तो आज खुद को एक्सपोज कर दिया. लेकिन अगले हफ्ते जब रेटिंग आएगी तो दर्शक भी खुद को एक्सपोज कर देंगे. भारत में नैतिकता हमेशा पड़ोसी के कंधे पर डाल दी जाती है. लोग खुद वही करते हैं जो उन्हें करना होता है. इसलिए एक हफ्ते का इंतजार कीजिए और आपको समझ आ जाएगा कि जिस चीज को आज सोशल मीडिया पर गलत कहा जा रहा है. उसके बारे में दर्शकों का फैसला क्या है. 

गुरुवार को ED ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के बैंक लॉकर्स की जांच की. ED ने रिया के पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती से भी पूछताछ की. वहीं CBI ने रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक से पूछताछ की. इस मामले में सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि अब रिया चक्रवर्ती पर सुशांत को ड्रग्स देने के आरोप लग रहे हैं .

अलग-अलग लोगों से ड्रग्स मंगाया करती थीं रिया चक्रवर्ती
रिया के Whatsapp Chat से ये खुलासा हुआ है कि वो अलग-अलग लोगों से ड्रग्स मंगाया करती थीं. इसमें बॉलीवुड की कई PR एजेंसियों के लोग भी उसकी मदद करते थे. इसके बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भी रिया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. अब जल्द ही उनके ब्लड सैम्पल लेकर जांच शुरू की जाएगी.

रिया चक्रवर्ती पर ड्रग्स खरीदने के आरोपों ने एक बार फिर ये चर्चा छेड़ दी है कि क्या बॉलीवुड में आज भी बड़े पैमाने पर ड्रग्स का इस्तेमाल होता है. लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि अगर ठीक से जांच कराई जाए तो बॉलीवुड के 80 प्रतिशत कलाकार ड्रग्स के आरोपों में घिर जाएंगे.

ड्रग्स खरीद मामले में कई फिल्मी सितारे पकड़े जा चुके हैं
ड्रग्स और बॉलीवुड का पुराना नाता रहा है. पहले फिल्म स्टार्स ये काम चुपचाप करते थे.लेकिन अब सोशल मीडिया के कारण ड्रग्स के इस्तेमाल की बातें बाहर आ जाती हैं. संजय दत्त और फरदीन खान जैसे फिल्म स्टार्स पर ड्रग्स लेने के आरोप लग चुके हैं. फरदीन खान को 2001 में ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था.

बॉलीवुड को गहराई से जानने वाले बताते हैं कि कई फिल्म स्टार्स की पार्टियों में खुलेआम ड्रग्स चलती है. इसमें ड्रग माफ़िया के अलावा राजनेता भी फिल्म स्टार्स की मदद करते हैं. इसलिए सबको ये सोचना चाहिए कि आखिर नारकोटिक्स विभाग से बॉलीवुड बच कैसे गया?

लेकिन अब हो सकता है कि रिया चक्रवर्ती के बहाने फिल्मी दुनिया का ड्रग्स वाला सच भी सबके सामने आ जाए.

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