पहले 'आतंकियों' को छिपाया, अब कोरोना फैलाया, जमात के 'ग्लोबल आतंकवाद' के 10 सबूत
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पहले 'आतंकियों' को छिपाया, अब कोरोना फैलाया, जमात के 'ग्लोबल आतंकवाद' के 10 सबूत

 जमात की निगरानी करने वाले यूरोपीय देशों के हवाले से ये बात सामने आई है कि जमात से जुड़े लोग कई आतंकी गतिविधियों में सक्रिय हैं. 

पहले 'आतंकियों' को छिपाया, अब कोरोना फैलाया, जमात के 'ग्लोबल आतंकवाद' के 10 सबूत

नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले हर गुजरते वक्त के साथ बढ़ते जा रहे हैं. मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़कर साठ हजार से ऊपर हो चुका है. दुनियाभर में कोरोना की बढ़ती रफ्तार के पीछे तबलीगी तमात और इसी तरह के दूसरी कट्टरपंथी संगठन जिम्मेदार हैं. तबलीगी जमात के कोरोना कनेक्शन पर बड़ा इंटरनेशनल खुलासा हुआ है. जमात की निगरानी करने वाले यूरोपीय देशों के हवाले से ये बात सामने आई है कि जमात से जुड़े लोग कई आतंकी गतिविधियों में सक्रिय हैं.

एक मीडिया रिपोर्ट में 2011 में जारी विकीलीक्स के दस्तावेज़ों के हवाले से खुलासा किया गया है कि अलकायदा ने कई यात्रा सबंधी दस्तोवेज और छिपने का ठिकाना हासिल करने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित तबलीगी जमात के हेडक्वार्टर का इस्तेमाल किया था. तबलीगी जमात को लेकर दावे ये भी किये जा रहे हैं कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सुडानी सदस्य हामिर मोहम्मद ने तबलीगी सदस्य के तौर पर पाकिस्तान का वीज़ा लेने की कोशिश की थी. आपको ग्लास्गो एयरपोर्ट पर हुआ हमला शायद याद हो. ग्लास्गो एयरपोर्ट पर हमले की कोशिश के आरोप में जिस संदिग्ध भारतीय नागरिक कफील अहमद को गिरफ्तार किया गया था. उसके तार भी निजामुद्दीन के इसी तबलीगी जमात से जुड़े बताए जाते हैं. 

जमात के 'ग्लोबल आतंकवाद' के 10 सबूत!         
1. तबलीगी जमात के कई सदस्यों पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. 
2. विदेशी ज़मीन से आतंकवाद फैलाने में शामिल होने के आरोप हैं. 
3. पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी जमात की शाखाएं हैं. 
4. भारत के ख़िलाफ़ जेहाद और आतंकवाद की साज़िश रचने के आऱोप हैं. 
5. अमेरिका पर 9/11 हमले में शामिल आतंकियों की जमात से लिंक की बात सामने आई है. 
6. हरकत-उल-मुजाहिदीन का संस्थापक भी जमात का सदस्य था. 
7. 1999 में मुजाहिदीन ने इंडियन एयरलाइंस का विमान हाइजैक किया था. 
8. 1980-90 के दशक में 6 हज़ार जमातियों ने पाकिस्तान में आतंकी ट्रेनिंग ली. 
9. लश्कर आतंकी हामिर मोहम्मद ने जमात सदस्य बनके पाकिस्तान का वीज़ा लिया.  
10. 2005 में लंडन अंडरग्राउंड रेलवे ब्लास्ट में भी नाम आया था. 

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तबलीगी जमात के लोगों ने कई और देशों में फैलाया कोरोना
तबलीगी जमात के लोगों ने भारत ही नहीं कई और देशों में कोरोना कैरियर का काम किया. पाकिस्तान से लेकर मलेशिया तक की सरकारों ने इन जमातियों के सामने सरेंडर कर रखा है और यही वजह है इन देशों में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. तबलीगी का मतलब है अल्लाह की बातों का प्रचार-प्रसार करना जमात का मतलब होता है समूह। यानी अल्लाह की कही बातों का प्रचार प्रसार करने वाले समूह को तबलीगी जमात कहते हैं लेकिन अब ये तबलीगी जमात कई देशों में कोरोना कैरियर बन गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लाहौर में 11 मार्च से 15 मार्च तक तबलीगी जमात का बहुत ही बड़ा जलसा हुआ था. करीब ढाई लाख लोगों ने हिस्सा लिया था। 

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत ने जमात को सम्मेलन नहीं करने की सलाह दी थी, क्योंकि बड़ी भीड़ के जुटने से कोरोना के फैलने का डर था लेकिन इसके बावजूद तबलीगी जमात का सालाना जलसा हुआ. अब जब पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ रही है तब पाकिस्तान की सरकार ने लाहौर में जमात के जलसे से लौटे लोगों की जांच पड़ताल शुरु की है. 

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के 60 अलग-अलग शहरों में 10 हजार जमाती कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं...इन जमातियों की तलाश के लिए 5200 टीमें बनाई गई हैं. इन्हें देशभर की मस्जिदों में भेजा गया है..यही नहीं लाहौर में हुए जलसे में 26 देशों के 4500 लोगों ने हिस्सा लिया था.

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