देश के इन चार बडे़ एयरपोर्ट पर यात्रियों को मिलने जा रही है यह बड़ी सुविधा, मोदी सरकार की तैयारी
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देश के इन चार बडे़ एयरपोर्ट पर यात्रियों को मिलने जा रही है यह बड़ी सुविधा, मोदी सरकार की तैयारी

हैदराबाद एयरपोर्ट पर मिले अनुभव को ध्‍यान में रखते हुए विमानन मंत्रालय मौजूदा ई-बोर्डिंग सिस्‍टम को तकनीकी तौर पर एक कदम और आगे बढ़ाते बढ़ाना चाहता है.

एयरपोर्ट पर इंट्री गेट से बोर्डिंग गेट के बीच किसी भी मुसाफिर को सिर्फ एक बार सुरक्षा जांच के लिए मानवीय हस्‍तक्षेप का सामना करना पड़ेगा. (प्रतीकात्‍मक फोटो)

नई दिल्‍ली: एयरपोर्ट पर मुसाफिरों की जद्दोजहद खत्‍म करने के लिए विमानन मंत्रायल देश के चार बड़े एयरपोर्ट पर जल्‍द ही बड़ी योजनाओं को लागू करने की तैयारी में है. मंत्रालय इन सभी योजनाओं को डिजटल यात्रा कांसेप्‍ट के तहत तैयार कर रही है. इन योजनाओं में एक योजना ई-बोर्डिंग सिस्‍टम भी है. मौजूदा समय में हैदराबाद एयरपोर्ट पर ई-बोर्डिंग सिस्‍टम का ट्रायल चल रहा है. हैदराबाद एयरपोर्ट पर मिले अनुभव को ध्‍यान में रखते हुए विमानन मंत्रालय मौजूदा ई-बोर्डिंग सिस्‍टम को तकनीकी तौर पर एक कदम और आगे बढ़ाते बढ़ाना चाहता है. 

  1. देश के पांच बड़े एयरपोर्ट पर लागू होगा ई-बोर्डिंग सिस्‍टम
  2. हैदराबाद एयरपोर्ट पर चल रहा है सिस्‍टम का ट्रायल रन
  3. दिल्‍ली, मुंबई, बैंगलूरू, चेन्‍नई एयरपोर्ट पर भी होगा लागू

विमानन मंत्रालय की तैयारी है कि अपडेटेड ई-बोर्डिंग सिस्‍टम को दिल्‍ली, मुंबई, बैंगलूरू और चेन्‍नई एयरपोर्ट पर एक साथ लागू किया जाए. जिससे मुसाफिरों की एयरपोर्ट पर होने वाली जद्दोजदह को पूरी तरह से खत्‍म किया जा सके. वहीं विमानन मंत्रालय द्वारा चिंहित किए गए चारों एयरपोर्ट ने इस योजना को लागू करने के लिए अपने कॉन्‍सेप्‍ट नोट पर काम करना शुरू कर दिया है. कॉन्‍सेप्‍ट नोट को अंतिम रूप देने के लिए ब्‍यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्‍योरिटी (बीसीएएस), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और एयरपोर्ट ऑपरेटर की संयुक्‍त टीम बनाई गई है. 

एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, ई-बोर्डिंग सिस्‍टम को लेकर एक प्रारंभिक बैठक हुई है, जिसमें इस सिस्‍टम के प्रारूप पर चर्चा हुई है. जल्‍द ही संयुक्‍त समिति इस योजना के प्रारूप को अंतिम रूप देने के बाद, इस पर काम शुरू कर देगी. सुरक्षा एजेंसियों ने एयरपोर्ट पर ई-बोर्डिंग सिस्‍टम लागू करने के लिए आवश्‍यक उपकरणों की खरीद पूरी करने के लिए एयरपोर्ट ऑपरेटर से कहा है. एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों का दावा है कि इस सिस्‍टम के लागू होने के बाद टर्मिनल में यात्रियों के साथ मानवीय हस्‍तक्षेप लगभग खत्‍म हो जाएगा.  

क्‍या है मौजूदा ई-बोर्डिंग सिस्‍टम
हैदराबाद एयरपोर्ट पर लागू किए गए ई-बोर्डिंग सिस्‍टम के तहत, एयरपोर्ट के सिक्‍योरिटी चेक एरिया और बोर्डिंग गेट पर एक बार-कोड रीडर लगाया गया है. सुरक्षा जांच के दौरान यात्री के टिकट में दर्ज बार कोड को रीडर के सामने रखते हैं. बार-कोड रीड करने के बाद मशीन यात्री से जुड़ी सभी जानकारी स्‍क्रीन पर डिस्‍प्‍ले कर देती है. डिस्‍पले में आई जानकारि‍यों को सही पाने पर सुरक्षा अधिकारी यात्री को बोर्डिंग गेट की तरफ जाने की इजाजत दे देता है. 

कैसी होगा अपडेटेड ई-बोर्डिंग सिस्‍टम 
इस योजना से जुड़े एक वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, हैदराबाद एयरपोर्ट पर मौजूद ई-बोर्डिंग सिस्‍टम में दो चरणों में अपड़ेट करने की योजना तैयार की जा रही है. पहले चरण को पूरा करने के लिए एयरलाइंस और एयरपोर्ट ऑपरेटर को अलग-अलग जिम्‍मेदारियां दी गई हैं. एयरलाइंस को मिली जिम्‍मेदारी के तहत, सभी एयरलाइंस वेब चेक-इन कराने वाले अपने मुसाफिरों के मोबाइल पर एक बार कोड उपलब्‍ध कराएगी. इसके अलावा, मुसाफिरों के टिकट बुकी से जुड़ी सभी जानकारियां एयरपोर्ट ऑपरेटर और सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा करेंगी.  

वहीं, एयरपोर्ट ऑपरेटर को इंट्री गेट, सिक्‍योरिटी चेक और बोर्डिंग गेट पर इस बार-कोड रीडर को लगाने की जिम्‍मेदारी दी गई है. एयरपोर्ट ऑपरेटर यह सुनिश्चित करेंगे कि एयरलाइंस द्वारा साझा की गई जानकारी सभी सुरक्षा एजेंसियों सहित बोर्डिंग गेट पर मौजूद एयरलाइन स्‍टाफ तक कॉमन सर्वर के जरिए पहुंचाएगी. इस योजना के तहत, एयरपोर्ट ऑपरेटर को इं‍ट्री गेट, सिक्‍योरिटी चेक एरिया और बोर्डिंग गेट के पास एक ऑटोमैटिक गेट लगाने के लिए भी कहा गया है. योजना के तहत, वेब चेक-इन कराने वाले मुसाफिरों को एयरलाइंस एक बार कोड उपलब्‍ध कराएगी. 

एयरलाइन का चेक-इन पोर्टल, एयरलाइन के कॉमन डाटा सेंटर से जुड़ा होने के चलते चेक-इन करने वाले सभी मुसाफिरों की जानकारी सभी एजेंसियों तक पहुंच जाएगी. एयरपोर्ट पर मुसाफिर को एयरलाइंस द्वारा मुहैया कराया गया बार-कोड को रीडर के सामने रखना होगा. सभी जानकारी सही पाने पर गेट खुल जाएगा, जिसके बाद मुसाफिर आगे बढ़ सकेंगे. इस तरह, एयरपोर्ट पर इंट्री गेट से बोर्डिंग गेट के बीच किसी भी मुसाफिर को सिर्फ एक बार सुरक्षा जांच के लिए मानवीय हस्‍तक्षेप का सामना करना पड़ेगा.

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