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Sticky Bomb: बीते दिनों से संदिग्ध ड्रोन मिलने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. जिसके बाद अब आतंकियों ने स्टिकी बम को अपना नया हथियार बनाया है. जम्मू कश्मीर में आतंकियों की तरफ से इस्तेमाल किये जाने वाले स्टिकी बम (Sticky Bomb) के खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को निर्देश दिया गया है कि अपने गाड़ियों को लावारिस हालत में न छोड़े और सुरक्षा के लिए तैनात गाड़ियों को इस्तेमाल करने से पहले उनकी गहन छानबीन करें.
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान की ISI बड़ी संख्या में मैग्नेटिक बम (Magnetic Bomb) जिसे स्टिकी बम भी कहा जाता है, उसे आतंकियों तक मुहैया करा रही है पिछले कुछ महीनों में सीमा पार से आ रहे हैं. पाकिस्तानी ड्रोन के जरिए भी ऐसे स्टिकी बम भारतीय सीमा में पहुंचाये गए हैं, जिसका इस्तेमाल आतंकी सुरक्षा बलों पर हमले के साथ-साथ अमरनाथ यात्रा पर भी कर सकते हैं.
पिछले दोनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर की सुरक्षा स्थित पर सभी एजेंसियों के साथ एक अहम बैठक की थी और आतंकी खतरों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद से रॉ, IB और NTRO के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले को विफल करने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं.
स्टिकी बम के खतरों को नाकाम करने के लिए गाड़ियों की पुख्ता जांच के साथ आतंकियों के ड्रोन्स के खतरे को नाकाम करने के लिए काउंटर ड्रोन टेक्नोलॉजी की भी मदद ली जा रही है. जम्मू कश्मीर में आतंकी गुट लगातार कश्मीरी पंडितों और अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े लोगों पर हमले कर रहे हैं. पाकिस्तान की ISI बदले रणनीति के तहत जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले की साजिश रच रही है. जिसके तहत पाकिस्तान कश्मीरी युवाओं का ब्रेन वाश कर कश्मीर में आम लोगो को निशाना बनाया जा रहा है.
पाकिस्तान ने इसके लिये लश्कर के प्रॉक्सी TRF के जरिये कश्मीरी पंडितों और नॉन लोकल पर हमले करवा रही है जिससे पाकिस्तान ऐसे किसी भी हमले में अपना नाम आने से बच सके और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया की आंखों मे धूल झोंका जा सके. पाकिस्तानी सेना कश्मीर में बड़े आतंकी हमले से भी डर रही है. पाकिस्तानी सेना को डर है कि अगर कश्मीर में पुलवामा जैसा हमला होता है तो भारत बालाकोट जैसा एक और सर्जिकल हमला कर सकता है.
लोकल लेवल पर युवाओं को आतंकी गुटों में भर्ती करने की आतंकियों की साजिश को नाकाम करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को विशेष करवाई करने को कहा गया है. सुरक्षा एजेंसियों से कहा गया है कि कश्मीर में आतंकियों से जुड़ी खुफिया इनपुट को और मजबूत किया जाए और उनकी पहचान कर उनके खिलाफ करवाई की जाए जिससे आतंक को जल्द खत्म किया जा सके.
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केंद्र सरकार अमरनाथ यात्रा और कश्मीर में सुरक्षा स्थित को और मजबूत करने के लिए अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती बढ़ाएगी. आने वाले दिनों में अर्द्धसैनिक बलों की 400 कंपनियों को तैनात किया जायेगा. जम्मू कश्मीर पुलिस के SHOs को कहा जायेगा कि वो माइग्रेंट लेबर और नॉन-लोकल की सुरक्षा को मजबूत करे. पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन्स के जरिये मैगनेट बम और विस्फोटकों को भारतीय सीमा में भेजने की पाकिस्तान की साजिश को नाकाम करने के लिए BSF और सेना से कहा गया है कि वो LoC और IB पर पाकिस्तान की तरफ से होने वाले हर हरकत पर नजर रखे.
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