मध्य प्रदेश में तीर्थांटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार अब उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) में क्राउड मैनेजमेंट की नई व्यवस्था लागू करने जा रही है. सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर होने वाली इस व्यवस्था के लिए मध्य प्रदेश सरकार 6 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
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भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) पर श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अब सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) की तरह क्राउड मैनेजमेंट करने का फैसला किया है. इसके लिए सरकार ने योजना तैयार की है, जिस पर 6 करोड़ रूपये खर्च आने का अनुमान है.
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश की शिवराज चौहान सरकार ने स्मार्ट सिटी कंपनी (Smart City Company) को कॉन्ट्रेक्ट दिया है. कंपनी अब गुजरात के सोमनाथ और अन्य प्रमुख मंदिरों की तर्ज पर उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Temple) में एक अस्थाई बैरिकेडिंग करने जा रही है. इस योजना पर 6 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है.
कंपनी ने परियोजना के पहले चरण में 96 करोड़ रुपये का महाकाल-रुद्रसागर प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है. इस चरण में पब्लिक प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, लोटस पोड, शिव स्तंभ, रुद्रसागर फ्रंट कॉरिडोर और अन्य सुविधाओं को निर्मित किया जाएगा.
क्राउड मैनेजमेंट करने के लिए कंपनी उज्जैन में नए प्रवेश द्वार से महाकाल (Ujjain Mahakal Temple) कॉरिडोर होकर फैसिलिटी सेंटर-2 तक अस्थाई बैरिकेड्स लगाएगी. इन बैरिकेड्स को जरूरत के समय लगाया और हटाया जा सकेगा. पर्व-त्यौहारों के मौकों पर ऐसे बैरिकेड्स के जरिए श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित किया जाएगा.
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स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ जितेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक, क्राउड मैनेजमेंट के तहत एक लाख तक श्रद्धालुओं के प्रबंधन के लिए व्यवस्था की जा रही है. परियोजना में महाकाल मंदिर के आसपास व्यवस्था पर निगरानी करने के लिए कमांड और कंट्रोल सेंटर भी बनाया जाएगा. इस सेंटर पर वॉच टॉवर भी होगा. सीसीटीवी कैमरों से पूरे इलाके की निगरानी की जाएगी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरे परिसर में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाएगा.
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