अटल टनल के बाद अब इस सुरंग पर शुरू होगा काम, जानिए खास बातें
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अटल टनल के बाद अब इस सुरंग पर शुरू होगा काम, जानिए खास बातें

जोजिला-दर्रा (Zojila Pass) दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में से एक माना जाता है, यहां टनल के निर्माण के बाद तीन घंटे की दूरी 15 मिनट में तय हो जाएगी.

पीएम नरेंद्र मोदी ने 2015 में जोजिला टनल की आधारशिला रखी थी. (फाइल फोटो)

श्रीनगर: लेह-लद्दाख को हिमाचल प्रदेश (Atal Tunnel) से जोड़ने के बाद अब भारत जम्मू-कश्मीर में चीन तक एक और टनल का काम शुरू करने जा रहा है. श्रीनगर और करगिल को जोड़ने के लिए जोजिला-टनल (Zojila Tunnel) बनाने का काम गुरुवार (15 अक्टूबर) से शुरू हो रहा है. इस सुरंग के निर्माण कार्य का शुभारंभ सड़क-परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ब्लास्ट से करेंगे.

  1. टनल को बनाने के लिए करीब तीस साल से मांग हो रही थी.
  2. 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी.
  3. निर्माण के बाद 3 घंटे की दूरी 15 मिनट में तय हो जाएगी.

3 घंटे की दूरी 15 मिनट में होगी तय
जोजिला-दर्रा (Zojila Pass) दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में से एक माना जाता है, जो भारी बर्फबारी के कारण साल में करीब छह महीने तक बंद रहता है और करगिल और श्रीनगर के बीच आवाजाही बंद हो जाती है. टनल बनने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ सेना को भी बड़ा फायदा होगा और करगिल और लेह-लद्दाख के बीच आवाजाही 12 महीने खुली रहेगी. इसके साथ ही टनल के निर्माण के बाद तीन घंटे की दूरी 15 मिनट में तय हो जाएगी.

6808 करोड़ की लागत आएगी
14 किलोमीटर लंबे इस टनल का निर्माण साढ़े 11 हजार फीट की ऊंचाई पर किया जाएगा. टनल को बनाने में करीब साढ़े छह हजार करोड़ (6808 करोड़) की लागत आएगी. टनल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे. इसके लिए टनल के साथ ही एक 18 किलोमीटर लंबी एप्रोच रोड भी इस प्रोजेक्ट में बनाई जाएगी. टनल के भीतर बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाया जाएगा और टनल में एक ट्यूब भी बनाई जाएगी, जिसमें दोनों तरफ का ट्रैफिक आ-जा सकेगा.

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2015 में पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
इस टनल को बनाने के लिए करीब तीस साल से मांग हो रही थी. साल 2005 में टनल बनाने के लिए प्रोजेक्ट की प्लानिंग शुरू हुई थी और प्रोजेक्ट रिपोर्ट साल 2013 में बीआरओ यानि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (Border Road Organisation) ने तैयार की थी. इसके बाद साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इसकी आधारशिला रखी थी. इसके 5 साल बाद अब निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है.

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