वाराणसी में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में AAP निकालेगी उत्तर प्रदेश में यात्रा
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वाराणसी में मंदिर तोड़े जाने के विरोध में AAP निकालेगी उत्तर प्रदेश में यात्रा

संजय सिंह ने बताया कि बीजेपी काशी कोरिडोर के नाम पर वाराणसी को उजाड़ने का काम कर रही है.

आप नेता संजय सिंह (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी कॉरीडोर परियोजना के तहत मंदिर तोड़े जाने का विरोध करते हुये कहा है कि पार्टी कार्यकर्ता अगले महीने पूरे प्रदेश में यात्रा निकाल कर बीजेपी के धर्म विरोधी चेहरे को बेनकाब करेंगे. 

संजय सिंह ने बताया कि बीजेपी काशी कोरिडोर के नाम पर वाराणसी को उजाड़ने का काम कर रही है. इस परियोजना के तहत ऐतिहासिक महत्व के भारत माता मंदिर सहित अन्य मंदिर तुड़वा दिए गए. 

उन्होंने कहा ‘अगर मंदिरों को तोड़ने की कार्यवाही नहीं रोकी गई तो फरवरी माह में पूरे उत्तर प्रदेश में एक यात्रा के माध्यम से बीजेपी के अधर्मी चेहरे को जनता के सामने बेनकाब करूंगा.’

'स्थानीय लोग मंदिर तोड़े जाने का विरोध कर रहे हैं'
संजय सिंह ने कहा कि स्थानीय लोग मंदिर तोड़े जाने का विरोध कर रहे हैं. इसी के मद्देनजर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मंदिर तोड़ने की कार्यवाही रोकने का अनुरोध करते हुए इसके विरोध में अयोध्या से वाराणसी तक की दो दिवसीय यात्रा निकाली थी. 

संजय सिंह ने कहा कि मंदिर तोड़ने की कार्रवाई रोकने के बजाय राज्य सरकार ने उल्टा उनके और पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से एक सप्ताह के अन्दर ये मुक़दमे वापस लेने, मंदिरों तोड़ने का काम रोकने और टूटे हुए मंदिरों का पुनर्निर्माण की मांग करते हुये कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गयी तो आगामी 23 जनवरी को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के दिन वह अयोध्या में धरना प्रदर्शन करेंगे. 

इस दौरान सिंह ने जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार सहित अन्य छात्र नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज आरोप पत्र को राजनीति से प्रेरित बताया. उन्होंने कहा ‘यह आरोपपत्र बीजेपी कार्यालय में तैयार की गई है. इसलिये इस प्रकरण में दिल्ली पुलिस की भूमिका शक के घेरे में है.’ सीबीआई में मचे घमासान पर सिंह ने कहा कि अलोक वर्मा का पक्ष सुने बिना उनको जांच एजेंसी के निदेशक पद से हटाना नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है. 

(इनपुट - भाषा)

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