सरकारी रेमेडेसिविर इंजेक्शन की रात के अंधेरे में कालाबाजारी, हॉस्पिटल इंचार्ज की करतूत कैमरे में कैद
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सरकारी रेमेडेसिविर इंजेक्शन की रात के अंधेरे में कालाबाजारी, हॉस्पिटल इंचार्ज की करतूत कैमरे में कैद

सरकारी अस्पताल के इंचार्ज ने तीमारदार से रेमेडेसिविर इंजेक्शन का एक वायल देने के लिए पांच हजार रूपये की डिमांड की.

सरकारी रेमेडेसिविर इंजेक्शन की रात के अंधेरे में कालाबाजारी, हॉस्पिटल इंचार्ज की करतूत कैमरे में कैद

सतीश /अमेठी:  कोरोना से जब देश भर में त्राहि-त्राहि मची हुई है उस समय कुछ सरकारी और गैर सरकारी लोगों ने इस आपदा को अवसर में बदलकर रख दिया है. रात के अंधेरे में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है.

रेमडिसिविर इंजेक्शन की मारामारी सिर्फ यूपी में ही नही है. देश के अलग-अलग राज्यों में इसको लेकर हाहाकार मचा है. आए दिन सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में ऐसी खबरे सुनने-पढ़ने को भी मिल रही हैं. सरकार इसकी कमी को दूर करने के लिए भी कटिबद्ध है़ लेकिन जब सिस्टम में ही ब्लैक मार्केटिंग करने वाले बैठे हैं तो आपूर्ति संभव कैसे हो सकती है. उसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.

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रात के अंधेर में कालाबाजारी
अमेठी के गौरीगंज हॉस्पिटल में तैनात एल 2 के इंचार्ज आरपी गिरि ऐसे ही लोगों में एक हैं. कोरोना मरीजों के लिए सरकार की ओर से भेजे गए रेमेडेसिविर इंजेक्शन की रात के अंधेरे में खुले आम कालाबाजारी कर रहे थे और जिसका एक वीडियो भी सामने आया है.

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ये है पूरा मामला

एक तीमारदार को अपने मरीज के लिए रेमेडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी. आरोप है कि, उसने इंचार्ज से बात की. पहले तो इंचार्ज ने कहा कि नहीं है इंजेक्शन, फिर थोड़ी देर बाद तीमारदार को लेकर अपने कमरे में आ गए. तीमारदार से रेमेडेसिविर इंजेक्शन का एक वायल देने के लिए इंचार्ज ने पांच हजार रूपये की डिमांड की.

तीमारदार ने कैमरे में कैद किया पूरा नजारा
बताया जा रहा है़ कि तीमारदार पैसे देकर इंजेक्शन लेने के लिए राजी तो हो गया लेकिन उसने इंचार्ज को सबक सिखाने का दृढ़ संकल्प ले लिया. जब इंचार्ज ने उसे अपने ऑफिस में रेमेडेसिविर इंजेक्शन का वायल देने के लिए बुलाया तो तीमारदार ने मोबाइल कैमरे को एलर्ट मोड पर डाला और पैसे देकर इंजेक्शन खरीद लिया. उधर इंचार्ज पूरे मामले से बेखबर थे, लेकिन पूरा मामला कैमरे में कैद हो चुका था. इंचार्ज बड़े आराम से पैसे गिन रहे थे और ये सारा नजारा कैमरे में साफ देखा जा सकता है.

सीएमओ ने कही कार्रवाई की बात
वही इस पूरे मामले में सीएमओ ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. दो चिकित्सकों का जांच दल बनाया है, जैसे ही रिपोर्ट आएगी कार्रवाई की जाएगी.

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