70 साल में किसी संत-संन्‍यासी को क्‍यों नहीं मिला भारत रत्‍न : रामदेव
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70 साल में किसी संत-संन्‍यासी को क्‍यों नहीं मिला भारत रत्‍न : रामदेव

योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, 'मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार कम से कम किसी संन्‍यासी को दिया जाए.'

रामदेव ने दिया बयान. फाइल फोटो

नई दिल्‍ली : भारत सरकार की ओर से इस साल दिए गए पद्म पुरस्‍कारों के संबंध में योग गुरु बाबा रामदेव ने निशाना साधा है. गणतंत्र दिवस पर हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में कार्यक्रम के दौरान उन्‍होंने सवाल उठाया कि 70 साल में किसी भी संत या संन्‍यासी को भारत रत्‍न क्‍यों नहीं दिया गया है.

रामदेव ने कहा 'दुर्भाग्‍य है 70 साल में एक भी संत या संन्‍यासी को भारत रत्‍न नहीं मिला है. महर्षि दयानंद सरस्‍वती, स्‍वामी विवेकानंद जी या शिवकुमार स्‍वामी जी. मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार कम से कम किसी संन्‍यासी को दिया जाए.'

गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने बयान में बाबा रामदेव ने आगामी 2019 के आम चुनाव में किसी दल विशेष का प्रचार करने से इनकार करते हुए सभी पार्टीयों को पूरी शिद्दत के साथ चुनाव लड़ने की सलाह दी. साथ ही कहा कि जो भी जीते बस देश का मंगल होना चाहिए.

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बता दें कि इससे पहले बढ़ती जनसंख्‍या को देखते हुए रामदेव ने कहा था, ''देश की आजादी को नियंत्रित करने के लिए ऐसे लोगों को मताधिकार, सरकारी नौकरी और सरकारी मेडिकल सुविधा नहीं दी जानी चाहिए जिनके दो से अधिक बच्‍चे हों. चाहें वे हिंदू हों या मुसलमान. इसके बाद ही जनसंख्‍या पर अंकुश लगाया जा सकेगा.''

इसके साथ ही योग गुरु रामदेव ने कहा, ''ऐसे लोगों को चुनाव नहीं लड़ने देना चाहिए. सरकारी स्‍कूलों में दाखिला नहीं देना चाहिए. सरकारी अस्‍पताल में उपचार और सरकारी नौकरियां नहीं मिलनी चाहिए.''

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