Achievement: छोटे से गांव से निकल कर फॉरेस्ट ऑफिसर बनीं प्रियंका यादव, पहले प्रयास में क्लियर किया PSC Exam
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand837903

Achievement: छोटे से गांव से निकल कर फॉरेस्ट ऑफिसर बनीं प्रियंका यादव, पहले प्रयास में क्लियर किया PSC Exam

प्रियंका यादव एक माध्यम वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता रामनरेश यादव गांव में ही एक निजी विद्यालय चलाते हैं. प्रियंका की प्रारंभिक शिक्षा उसी स्कूल में पूरी हुई.

Achievement: छोटे से गांव से निकल कर फॉरेस्ट ऑफिसर बनीं प्रियंका यादव, पहले प्रयास में क्लियर किया PSC Exam

अवनीश श्रीवास्तव/बाराबंकी: कहते हैं अगर हौसला हो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता. इस कहावत को सच साबित किया है एक छोटे से गांव की रहने वाली बेटी ने. यूपी के बाराबंकी के ग्राम दहेजिया की रहने वाली प्रियंका यादव लोक सेवा आयोग (PSC) का एग्जाम पास कर क्षेत्रीय वन अधिकारी के पद पर चुनी गई हैं. प्रियंका की इस उपलब्धि से गांव ही नहीं, पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है.

ये भी पढ़ें: मिलिए डॉ. शाहीन जाफरी से, रूढ़िवादी सोच को हराकर बनीं संस्कृत विदुषी, Govt कॉलेज में इसी विषय की HOD

पहले प्रयास में क्लियर की पीएससी परीक्षा 
गौरतलब है कि लखनऊ से सटे बाराबंकी के विकासखंड मसौली के ग्राम दहेजिया निवासी रामनरेश यादव की बेटी प्रियंका यादव ने पहले ही प्रयास में लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास कर ली. जिले का नाम रोशन करते हुए प्रियंका का क्षेत्रीय वन अधिकारी के पद पर चयन हुआ है. बेटी की कामयाबी से पिता रामनरेश यादव का सर गर्व से ऊंचा हो गया है, तो उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. पूरे गांव में खुशी का माहौल है और लोगों की जुबान पर प्रियंका की कामयाबी के ही चर्चे हैं.

ये भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा देशद्रोही तत्वों की साजिश है, सरकार ऐसे बदमाशों को छोड़ने वाली नहीं- रवि किशन

प्रियंका यादव एक माध्यम वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता रामनरेश यादव गांव में ही एक निजी विद्यालय चलाते हैं. प्रियंका की प्रारंभिक शिक्षा उसी स्कूल में पूरी हुई. इसके बाद उन्होंने बाराबंकी मुख्यालय के महाविद्यालय से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. मास्टर्स की डिग्री लेने के बाद प्रियंका पीसीएस की तैयारी के लिए लखनऊ चली गईं. इसके बाद कड़ी मेहनत कर उन्होंने पहली ही कोशिश में परीक्षा पास कर घरवालों का नाम रोशन किया. 

ये भी पढ़ें: यमुना प्राधिकरण का रिवर फ्रंट मास्टर प्लान 2041 होने वाला है रेडी, 75 गांवों की बदलेगी सूरत

हासिल की 11वीं रैंक
बता दें, प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में 11वी रैंक हासिल की है. प्रियंका की इस उपलब्धि पर उनके माता पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है. पिता रामनरेश यादव मीडिया से अपनी बात कहते हुए भावुक हो गए. उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े. वहीं, प्रियंका ने बताया कि उनका लक्ष्य आईएएस बनने का है. उसी के आधार पर वह अभी तैयारियों में लगी हुई हैं.  प्रियंका का कहना है कि सभी माता-पिता को बेटी और बेटे में भेदभाव नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दौर में हर फील्ड में बेटियां लगातार कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं. इसलिए सभी को समान अधिकार मिलना चाहिए, क्योंकि बेटियां किसी भी काम को करने में पीछे नहीं हैं.  

WATCH LIVE TV

Trending news