सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र नरसंहार में 10 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
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सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल यानी रविवार (21 जुलाई) को सोनभद्र नरसंहार के प्रभावित गांव का दौरा करेगा. इसके साथ ही सीएम योगी सोनभद्र के जिला अस्पताल में पीड़ितों से मिलेंगे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, योगी आदित्यनाथ सुबह 11.45 बजे सोनभद्र के प्रभावित गांव का दौरा करेंगे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे. वहीं, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय अपनी 5 सदस्य टीम के साथ सोनभद्र नरसंहार की जांच करने के लिए 22 जुलाई को जिले का दौरा करेंगे.
गौरतलब है कि सोनभद्र के घोरावल थानाक्षेत्र के उम्भा गांव में जमीन विवाद को लेकर 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी. गांव में कई साल पहले आदर्श कोऑपरेटिव नाम से एक ट्रस्ट बना हुआ था, जिसमें कुल 600 बीघा के आसपास जमीन थी. इस कोऑपरेटिव में 2 आईएएस अधिकारी भी शामिल थे. जिन्होंने 2 वर्ष पूर्व लगभग 100 बीघा जमीन स्थानीय प्रधान यज्ञवत भूर्तिया और उसके दोस्त को बेच दी थी. जिस जमीन पर ग्रामीण कब्जा करके खेती कर रहे थे.
बीते बुधवार को ग्राम प्रधान पूरे लाव लश्कर के साथ जमीन पर कब्जा करने पहुंचे और जिसमें दर्जनों की संख्या में रिश्तेदार और समर्थकों के साथ ही असलहे से लैस लोग थे. इस दौरान ग्रामीणों और ग्राम प्रधान के बीच विवाद हो गया, जिसके बाद ग्राम प्रधान की तरफ से गोलियां और लाठी-डंडे चलने लगे. जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई. वहीं, इस नरसंहार के बाद से ही इस पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जाने लगी हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों से मिलीं. वहीं, टीएमसी के एक प्रतिनिधिमंडल को वाराणसी में ही रोक दिया गया.
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र नरसंहार में 10 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने दो टूक कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि इस घटना की नींव 1955 में ही पड़ गई थी. सीएम ने कहा कि इस घटना की नींव साल 1955 में तब पड़ी थी, जब तत्कालीन तहसीलदार ने आदर्श सहकारी समिति के नाम पर ग्राम समाज की जमीन दर्ज करने का गैरकानूनी काम किया.
दो सदस्यीय टीम ने सौंपी रिपोर्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना की कार्रवाई के लिए तत्काल निर्देश दिए गए और दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया, जिन्होंने घटना के 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंप दी है.