रेल मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए विस्तृत योजना की जरूरत है ताकि पर्यटन के अलावा यहां पर तीर्थयात्रा की जरूरत को भी पूरा किया जाएगा. साथ ही तीर्थयात्री सुरक्षित और समय से निर्धारित स्थान पर पहुंच सकें.
Trending Photos
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने देशभर के तीर्थयात्रियों को जल्द ही ट्रेन से उत्तराखंड के पवित्र चार धामों की यात्रा करवाने वाली है. इसी कड़ी में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने चार धाम परियोजनाओं के लिए आखिरी छोर तक कनेक्टिविटी योजनाओं की समीक्षा की है. इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार की तरफ से सर्वे का काम पूरा करा लिया गया है.
कम समय में निर्धारित स्थान पर पहुंच सकेंगे तीर्थयात्री
रेल मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए विस्तृत योजना की जरूरत है ताकि पर्यटन के अलावा यहां पर तीर्थयात्रा की जरूरत को भी पूरा किया जाएगा. साथ ही तीर्थयात्री सुरक्षित और समय से निर्धारित स्थान पर पहुंच सकें.
रेल मंत्री गोयल ने चार धाम परियोजनाओं के लिए कनेक्टिविटी योजनाओं की समीक्षा की है. कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ तक रेल पहुंचाने के लिए चार धाम बीजी रेल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट का फाइनल लोकेशन सर्वे (FLS) जल्द ही पूरा होने वाला है.
पहले चरण में ऋषिकेष से कर्णप्रयाग तक होगा काम
मोदी सरकार और राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट पर करीब से नजर रख रही हैं. इस प्रोजेक्ट के तहत उत्तराखंड के चार धामों, केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को आपस में जोड़ा जाएगा. माना जा रहा है कि प्रोजेक्ट का पहला चरण साल 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा.
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो ऋषिकेष से कर्णप्रयाग तक 125 किलोमीटर की रेलवे लाइन बिछाने की समय सीमा साल 2024 तक तय की गई है. रेलवे के अनुसार, चार धाम यात्रा के लिए फिलहाल प्राथमिक इंजीनियरिंग सर्वे का चल रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं को धामों तक सुरक्षित, आरामदायक तरीके से और समय पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
इतने हजार करोड़ का आएगा खर्च
सरकार ने अगले पांच सालों के अंदर उत्तराखंड में 153 किलोमीटर लंबी रेल लाइन को पूरा करने का लक्ष्य रखा है. इस रेल लाइन को गंगोत्री-यमुनोत्री रेलवे लाइन के तौर पर करार दिया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार इस पूरे प्रोजेक्ट पर 30,000 करोड़ का खर्च आएगा.
एक जक्शन पर 11 रेलवे स्टेशनों का प्रस्ताव
रेलवे मंत्रालय के पास इस प्रोजेक्ट की फाइनल रिपोर्ट है और माना जा रहा है कि इस पर जल्द काम शुरू हो जाएगा. एक जंक्शन में इस लाइन पर 11 रेलवे स्टेशनों का प्रस्ताव दिया गया है. कहा जा रहा है कि ये प्रोजेक्ट राज्य में तीर्थस्थलों की स्थिति में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट में कुल दूरी 327 किलोमीटर की होगी और ये ऋषिकेष से शुरू होगी.
दो तरबूज तोड़ने की बच्चों को मिली ऐसी सजा: पीटा फिर मुंह पर कालिख पोता, चोर लिख गांव में घुमाया
Viral Video: फोर व्हीलर से खेत जोत रहा किसान, यूजर्स बोले ये है असली स्वैग
WATCH LIVE TV