Election 2024 3rd Phase: आगरा में बीजेपी की ओर से केंद्रीय राज्य मंत्री व मौजूदा सांसद एसपी सिंह बघेल उसरे हैं और बीएसपी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर पूजा अमरोही को उतारा है.
Trending Photos
Lok Sabha Election 2024 Phase 3: 18वीं लोकसभा चुनाव के दो चरण के मतदान हो चुके हैं और अब ब्रज और रुहेलखंड की 10 सीटों पर सात मई को तीसरे चरण का मतदान होना है. पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो आगरा लोकसभा सीट पर कमल खिला था. हालांकि इस बार चुनाव बीजेपी के लिए कितना आसान होगा ये एक बड़ा सवाल है क्योंकि आगरा में इस बार की चुनावी लड़ाई चुनौतीपूर्ण रहने वाली है. मिशन-80 के लक्ष्य को साधने के लिए आगरा एक महत्वपूर्ण सीट हैं. वहीं, सपा बसपा के लिए प्रतिष्ठा बचाने की बात है. आइए जानें कि इस सीट पर प्रत्याशियों की स्थिति क्या है.
आगरा लोकसभा सीट
अगर अलग अलग पार्टी के प्रत्याशियों पर नजर डालें तो बीजेपी ने केंद्रीय राज्य मंत्री व मौजूदा सांसद एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है. बघेल बतौर भाजपा प्रत्याशी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट फिर से ताल ठोंक रहे हैं. वहीं बसपा ने पूजा अमरोही को टिकट दिया है. पूजा कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य रहीं सत्या बहन की पुत्री हैं. वहीं बात अगर सपा की करें तो पुराने बसपाई रहे जूता कारोबारी सुरेश चंद कदम पर सपा ने भरोसा किया है. बघेल पर अपना दबदबा कायम रखने तो वहीं सुरेश चंद कर्दम पर पिछले तीन लोकसभा चुनावों से सूखे अनुभव को हरे में बदलने की चुनौती है. पूजा अमरोही पर दारोमदार है कि वो बसपा का खाता खोल सकें.
बीजेपी के उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल
आगरा सीट से एसपी सिंह बघेल मौजूदा समय में सांसद हैं और बीएसपी के मनोज सोनी को उन्होंने कुल 2.11 लाख वोटों से बड़ी हार का स्वाद चखाया था. बीजेपी की जीत के समीकरणों को ध्वस्त करने के इंडिया गठबंधन के प्रयास जारी है. बघेल विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं वो भी अखिलेश यादव के सामने खड़े होकर. एक समय बघेल अपने बयानों के चलते काफी चर्चाओं रहना पड़ा था. साल 2019 में आगरा से रामशंकर कठेरिया का टिकट काटकर बीजेपी ने एसपी सिंह बघेल को पर दांव लगाया था.
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुरेश चंद्र कदम
समाजवादी पार्टी (सपा) ने आगरा लोकसभा सीट पर चुनावी मैदान में सुरेश चंद्र कर्दम को मैदान में उतारा है. मौजूदा समय में कर्दम सरधना विधायक है और पेशे से फुटवियर व्यवसायी हैं. सपा के सुरेश चंद्र कर्दम का इस बात पर जोर रहा है कि केवल चुनाव ही नहीं बल्कि यब संविधान को बचाने की लड़ाई भी है. जो समाज के सभी वर्गों से कर्दम समर्थन प्राप्त करने का अत्मविश्वास रखते हैं उनकी नजर मूल जाटव वोट बैंक पर भी है. वो भरोसा करते हैं कि उनके समर्थन में मुसलमान वोटर भी आएंगे.
बहुजन समाज पार्टी की उम्मीदवार पूजा अमरोही
बसपा इस बार बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने पूजा अमरोही पर दांव खेला है. बसपा का प्रचार भले ही बस्तियों में दिखाई नहीं पड़ रहा है पर पार्टी के द्वारा इस प्रयास को जरूर जोर दिया जा रहा है कि कैडर वोट बैंक को अपनी ओर खींचा जा सके. इसके लिए गोपनीय बैठकें की ही जा रही है साथ ही साथ पुराने कार्यकर्ताओं को भी एक्टिव किया जा रहा है.
भाजपा का क्लीन स्वीप
2014 से बदले जो मोदी लहर चली है और जिस तरह से राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आए, इस दौरान भाजपा ने क्लीन स्वीप किया. आगरा सीट पर साल 2014 के बाद साल 2019 में जीत हुई. विधानसभा चुनाव में भी ऐसे ही हालात रहे. सभी सीटों पर बीजेपी काबिज रही. नौ विधानसभा सीटें-
आगरा उत्तर, आगरा दक्षिण
ग्रामीण, छावनी
एत्मादपुर, फतेहाबाद, बाह
फतेहपुर सीकरी और खेरागढ़