Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, सपा प्रमुख ने क्यों छोड़ा मैदान
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Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, सपा प्रमुख ने क्यों छोड़ा मैदान

Akhilesh Yadav not Contest LokSabha Election 2024: अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की किसी भी सीट से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. सपा अध्यक्ष ने लखनऊ में हुई बैठक में ये अहम घोषणा की है. 

Akhilesh Yadav

SP Chief Akhilesh Yadav not to Contest LokSabha Election 2024: अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है. सपा प्रमुख ने लखनऊ में बुधवार को बैठक के बाद ये ऐलान किया. इससे पहले उनके कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे. मेरठ, मुरादाबाद और रामपुर लोकसभा सीट को लेकर पार्टी में मचे घमासान के बीच अखिलेश ने ये बड़ा फैसला लिया है. अखिलेश के चुनाव मैदान में न उतरने की एक वजह ये भी मानी जा रही है कि उनको यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर प्रचार की कमान संभालनी पड़ेगी. इससे पहले रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की गुजारिश आजम खां ने उनसे की थी, लेकिन सपा प्रमुख ने इससे इनकार कर दिया. सपा खेमे से खबर है कि तेज प्रताप यादव कन्नौज से लड़ने की चर्चा चल रही है.  

चुनाव लड़ने के मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव और आजम खां के बीच भी ठनती नजर आ रही है. अखिलेश के इनकार के बाद रामपुर में आजम के करीबी आसिम रजा ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया. इसके बाद लखनऊ में बुधवार को अखिलेश ने मीटिंग की. उन्होंने रामपुर, मुरादाबाद और मेरठ के मुद्दे पर चर्चा की. मेरठ से मना करने पर भी नामांकन कराने को लेकर रुचि वीरा पर कार्रवाई के संकेत दिए. वहीं अखिलेश ने आजम का नाम न लेते हुए यह भी कहा, किसी भी नेता के बहकावे में मत आना, मैं कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ रहा हूं. वहीं मेरठ सीट पर सपा प्रत्याशी बदलने के मूड में दिख रही है. मेरठ से सपा प्रत्याशी को भी बदला जाएगा.  मेरठ से सपा प्रत्याशी भानु प्रताप को बदला जाएगा. 

कन्नौज लंबे समय तक सपा का गढ़ रहा है. मुस्लिम यादव और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटों के सहारे खुद अखिलेश यादव यहां से तीन बार सांसद चुने गए हैं. लेकिन डिंपल यादव यहां से मोदी लहर में चुनाव हार गईं. बीजेपी से सुब्रत पाठक ने उन्हें बड़े मतों से हराया. डिंपल यादव अब मैनपुरी लोकसभा से चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में अखिलेश के कन्नौज सीट से चुनाव मैदान में उतरने की संभावना जताई जा रही थी. 

वहीं रामपुर लोकसभा सीट से आजम खां का परिवार चुनाव नहीं लड़ रहा था. ऐसे में आजम खां ने अखिलेश से यहां से मैदान में उतरने को कहा, ताकि सपा कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा किया जा सके. लेकिन अखिलेश के इनकार के बाद दोनों नेताओं में ठनती नजर आ रही है. मुरादाबाद में आजम खां की करीबी रुचि वीरा ने सपा के अधिकृत प्रत्याशी डॉ. एसटी हसन के  खिलाफ पर्चा भर दिया है. 

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