कुशीनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य नामांकन लेंगे वापस!, बीजेपी-सपा का खेल बिगाड़ने की नई तैयारी
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कुशीनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य नामांकन लेंगे वापस!, बीजेपी-सपा का खेल बिगाड़ने की नई तैयारी

Lok sabha chunav 2024: शीनगर लोकसभा सीट की सियासी लड़ाई रोचक होती नजर आ रही है. सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. उनके बेटे उत्कर्ष ने भी निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है.

कुशीनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य नामांकन लेंगे वापस!, बीजेपी-सपा का खेल बिगाड़ने की नई तैयारी

Lok sabha chunav 2024 (प्रमोद कुमार) : कुशीनगर लोकसभा सीट की सियासी लड़ाई रोचक होती नजर आ रही है. स्वामी प्रसाद मौर्य के राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से नामांकन के बाद उनके बेटे उत्कर्ष मौर्य ने भी निर्दलीय पर्चा दाखिल किया था. अब इसमें नया मोड़ आता दिख रहा है. सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य अपना नामांकन वापस ले सकते हैं.  उत्कर्ष मौर्य के नामांकन के समय स्वामी प्रसाद मौर्य मौजूद नहीं थे, जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. 

बता दें कि उत्कृष्ट मौर्य ने बीते दिन मंगलवार को कुशीनगर कलेक्ट्रेट भवन पहुंचकर अपना पर्चा दाखिल किया था. नामांकन के दौरान चौंकानी वाली बात यह थी कि इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बेटे के नामांकन में नही दिखाई दिए.बीते 9 मई को स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपना नामांकन आरएसएसपी से दाखिल किया हैं.सूत्रों की मानें तो स्वामी प्रसाद मौर्य अपना नामांकन वापस ले सकते हैं.

उत्कृष्ट को राजनीति में सफल एंट्री दिलाने के लिए स्वामी प्रसाद मौर्या काफी कोशिश में हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई. उत्कृष्ट दो बार यूपी की ऊंचाहार सीट से विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं लेकिन दोनों बार मामूली अंतर से उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा हैं. 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान भी सपा में रहते हुए मौर्य ने अपने बेटे के लिए ऊंचाहर सीट से टिकट की मांग की थी. हालांकि अखिलेश यादव ने उनकी मांग ठुकरा दी थी,जिससे स्वामी नाराज भी चल रहे थे.

कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र से अपनी नई नवेली पार्टी से मैदान में उतरे स्वामी अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों में खलबली जरूर मचाई है.वहीं भाजपा ने अपना प्रत्याशी रिपीट कर विजय दुबे पर जीत का पैरा भरोसा जताया हो लेकिन स्वामी के मैदान में आने से भाजपा को अपना वोट बैंक में सेंधमारी का डर सताने लगा था. कारण स्वामी का कुशीनगर से लंबे समय से कुशीनगर से जुड़ाव व राजनीति का अच्छा अनुभव अन्य प्रत्याशियों की सिरदर्दी जरूर बढ़ाई थी.

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