Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 7 मई को तीसरे चरण के लिए मतदान होने वाले हैं. जिसके लिए आज शाम के 6 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा. यूपी में 10 लोकसभा सीटों पर 100 प्रत्याशी मैदान में हैं.
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लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आने वाला कल यानी 7 मई को तीसरे चरण के लिए मतदान होने वाले हैं. जिसके लिए आज यानी रविवार (5 मई) की शाम के 6 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा. ऐसे में शाम 6 बजे तक ही प्रत्याशी घर-घर जाकर जनता से वोटों की अपील कर सकेंगे. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश में भी वोट डाले जाएंगे. यहां की 10 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा जिसके लिए 100 प्रत्याशी मैदान में हैं. ये 10 सीटे हैं-
संभल लोकसभा सीट, हाथरस लोकसभा सीट
आगरा लोकसभा सीट, फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट
फिरोजाबाद लोकसभा सीट, मैनपुरी लोकसभा सीट
एटा लोकसभा सीट, बदायूं लोकसभा सीट
आंवला लोकसभा सीट और बरेली लोकसभा सीट
सात मई को होगा मतदान
अगर प्रचार-प्रसार के लिए इंटरनेट मीडिया पर किसी तरह की पोस्ट, वीडियो या संदेश अपलोड किए गए, फारवर्ड किए गए तो इस बारे में जिला स्तरीय मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मानिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) पता करेगी. जिसके लिए साइबर सेल की सहायता ली जाएगी. इस बार भी वोट डालने शुरुआत करने का तय समय के सुबह 7 बजे से शाम छह बजे तक होगा.
यादव परिवार के तीन बड़े चेहरे तीसरे चरण के चुनावी मैदान में
उत्तर प्रदेश के ब्रज के साथ ही रुहेलखंड में 10 सीटों के लिए चुनाव मैदान में 100 प्रत्याशी हैं और यादव परिवार की बात करें तो तीन बड़े चेहरे तीसरे चरण के चुनावी मैदान में अपने भाग्य को आजमाने उतरे हैं. मैनपुरी लोकसभा सीट से डिंपल यादव, बदायूं लोकसभा सीट से शिवपाल यादव के पुत्र आदित्य यादव व फिरोजाबाद लोकसभा सीट से प्रोफेसर राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव ने ताल ठोका है.
तीसरे चरण में भाजपा के बड़े चेहरें
भाजपा के बड़े चेहरों की बात करें तो एटा से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह, बरेली से पूर्व राज्य मंत्री छत्रपाल गंगवार मैदान में हैं. मैनपुरी से पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह और हाथरस से राजस्व राज्य मंत्री अनूप वाल्मीकि मैदान में उतरे हैं. आगरा से केंद्रीय राज्य मंत्री व मौजूदा सांसद एसपी सिंह बघेल ने भाग्य को आजमाने की कोशिश की है.
सबसे मजबूत समीकरण
समाजवादी पार्टी के लिए जिन सीटों पर सबसे मजबूत समीकरण हो सकता है वो हैं एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बदायूं व संभल जैसी सीट जोकि जहां यादव मतदाता बाहुल्य हैं. संभल, आंवला, फतेहपुर सीकरी के साथ ही आगरा और फ़िरोज़ाबाद की बात करें तो मुस्लिम मतदाता यहां पर जीत हार के लिए निर्णायक भूमिका में होते हैं. संभल में 50 फीसदी तो वहीं बरेली सीट पर 33 फीसदी जनसंख्या मुस्लिम है. सपा ने यहां 2014 के चुनावों में केवल पांच सीटें ही अपने नाम की थी. आजमगढ़ और मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव की जीत हुई. कन्नौज से डिंपल यादव जीती थीं, फिरोजाबाद से अक्षय यादव की जीत हुई थी. बदायूं से धर्मेंद्र यादव और मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह ने छोड़ा था जहां से लोकसभा उपचुनाव में सपा के ही उम्मीदवार तेज प्रताप सिंह यादव उर्फ तेजू की जीत हुई थी. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में तो समाजवादी पार्टी की हालत ही खराब हो गई थी. यहां बुरी तरह हार मिली. यादव लैंड में समाजवादी पार्टी का यह सबसे खराब प्रदर्शन था.