समाजवादी पार्टी का व्यवहार बताता है कि इस तरह बीजेपी को हराना संभव नहीं: मायावती
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समाजवादी पार्टी का व्यवहार बताता है कि इस तरह बीजेपी को हराना संभव नहीं: मायावती

मायावती ने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि बीएसपी ने समाजवादी पार्टी की दलित विरोधी नीतियों के दरकिनार करते हुए गठबंधन किया था.

फाइल फोटो- PTI

लखनऊः लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन की करारी हार से बौखलाई बीएसपी प्रमुख मायावती ने सोमवार को समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए एक बड़ा ऐलान किया. मायावती ने कहा है कि आने वाले सभी चुनावों में बीएसपी समाजवादी पार्टी से अलग चुनाव लड़ेगी. बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी है कि पार्टी आने वाले सभी छोटे-बड़े चुनावों में अकेले अपने दम पर ही चुनाव लड़ेगी.

मायावती ने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि बीएसपी ने समाजवादी पार्टी की दलित विरोधी नीतियों के दरकिनार करते हुए गठबंधन किया था लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी का व्यवहार हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम ऐसे बीजेपी को हरा पाएंगे? इसलिए पार्टी आने वाले सभी चुनाव अपने बूते पर लड़ेगी.

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मायावती ने बताया कि बीएसपी के केंद्रीय कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया है. मायावती ने कहा कि रविवार को हुई इस बैठक को लेकर मीडिया में गलत बातें चल रही हैं.

मायावती ने भतीजे को राष्ट्रीय समन्वयक और भाई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी संगठन में अपने भतीजे आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक बनाया और भाई आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, देश के सभी राज्यों में पार्टी को मजबूत करने के लिए आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारी दी गई है. रविवार को हुई बैठक में मौजूद रहे पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि आकाश आनंद को राष्ट्रीय समन्वयक और आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है . इसके अलावा राम जी गौतम को भी राष्ट्रीय समन्व्यक बनाया गया है . आनंद कुमार पहले भी पार्टी के पदाधिकारी रह चुके हैं .

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उन्होंने बताया कि अमरोहा संसदीय सीट से सांसद चुने गये दानिश अली को लोकसभा में पार्टी का नेता सदन तथा नगीना से सांसद गिरीश चन्द्र को मुख्य सचेतक बनाया गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश मिश्र पहले की तरह राज्यसभा में पार्टी के नेता के रूप में रहेंगे . बीएसपी प्रमुख के ऐलान के बाद 24 वर्षीय आकाश आनंद अब पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे. कहा जा रहा है कि पुरानी पद्धति पर काम कर रही बीएसपी में आकाश के आने के बाद से कई बदलाव आए. 

 

सूत्रों के अनुसार, सामान्यत: मीडिया और सोशल मीडिया से दूर रहने वाली मायावती अपने भतीजे के कहने पर ट्विटर पर आईं और लोकसभा चुनाव से पहले आधिकारिक अकाउंट बनाया. मायावती अब लगातार ट्विटर के जरिए विपक्ष पर हमला बोलती हैं. आकाश अब पार्टी को युवा दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे . आकाश, मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं. उन्होंने पहली बार मायावती के साथ 2017 में मेरठ में एक सार्वजनिक सभा में मंच साझा किया था . 

इस बार के लोकसभा चुनाव में आकाश, मायावती के साथ चुनाव सभाओं में दिखते रहे हैं . 16 अप्रैल को जब मायावती पर चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया था तब आकाश ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख अजीत सिंह के साथ आगरा में एक चुनावी जनसभा को भी संबोधित किया था .

पार्टी सूत्रों के अनुसार, बैठक सुबह दस बजे से थी लेकिन पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, सांसद और विधायक सुबह नौ बजे बैठक स्थल पर पहुंच गए. बैठक से पहले सारे नेताओं के मोबाइल फोन जमा करा लिए गए. यहां तक कि उनके पेन, पर्स, बैग और डिजिटल घड़ी निकालने के बाद उन्हें मीटिंग हॉल में अंदर जाने दिया गया. बीएसपी की आज की यह अहम बैठक उप्र 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव से पहले हुई है. इन 13 सीटों में से पांच सीटें पश्चिमी उप्र की हैं. इन 13 में से 11 सीटें भाजपा के पास थीं. रविवार की बैठक में इन सीटों पर पार्टी के उपचुनाव लड़ने के बारे में भी चर्चा की गई थी .

विधानसभा उपचुनाव मायावती के लिए बेहद अहम हैं. लोकसभा चुनाव बीएसपी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा और पार्टी के हिस्से में 10 सीटें आईं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी को एक भी सीट नहीं मिली थी. अब पार्टी सपा से अलग होने का ऐलान कर चुकी है.

(इनपुट एजेंसी भाषा और एएनआई से भी)

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