कानपुर शूटआउट केस: विकास दुबे के करीबी गुड्डन त्रिवेदी और उसके ड्राइवर को मुंबई ATS ने किया गिरफ्तार
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कानपुर शूटआउट केस: विकास दुबे के करीबी गुड्डन त्रिवेदी और उसके ड्राइवर को मुंबई ATS ने किया गिरफ्तार

मुंबई एटीएस की पूछताछ में गुड्डन त्रिवेदी ने 2001 में राज्य मंत्री संतोष शुक्ला की पुलिस स्टेशन में हुई हत्या की बात कबूल की है.

यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के साथ गुड्डन त्रिवेदी.

मुंबई: कानपुर शूटआउट प्रकरण में वांटेड गुड्डन त्रिवेदी (Guddan Trivedi) और उसके ड्राइवर सोनू तिवारी (Sonu Tiwari) को मुंबई एटीएस (Mumbai ATS) की जुहू यूनिट ने शनिवार को ठाणे से गिरफ्तार किया. मुंबई एटीएस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक (Daya Nayak) को जानकारी मिली थी कि कानपुर शूटआउट केस में आरोपी गुड्डन त्रिवेदी और उसका ड्राइवर सोनू ठाणे के स्वर थाने में हैं.

इसके बाद दया नायक ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर इन दोनों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी विकास (Vikas Dubey) दुबे के कई गैरकानूनी कामों में साथ रहा है. साथ ही वर्ष 2001 के राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड केस में भी वह विकास के साथ सह अभियुक्त था.

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कानपुर शूटआउट केस के बाद से वह भी फरार चल रहा था. मुंबई एटीएस की पूछताछ में गुड्डन त्रिवेदी ने 2001 में राज्य मंत्री संतोष शुक्ला की पुलिस स्टेशन में हुई हत्या की बात कबूल की है. आपको बता दें कि बीते 10 जुलाई को यूपी एसटीएफ (UP STF) ने एनकाउंटर में गैंगस्टर विकास दुबे को ढेर कर दिया था. 

विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर 2 जुलाई की रात 8 पुलिस वालों की हत्या कर दी थी. उसके बाद से ही वह फरार चल रहा था. विकास दुबे को 9 जुलाई की दोपहर उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही थी.

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यूपी एसटीएफ के मुताबिक कानपुर से 17 किलोमीटर पहले विकास दुबे जिस सरकारी वाहन में था उसका एक्सीडेंट हो गया. विकास दुबे ने इस मौके का फायदा उठाया और एक एसटीएफ जवान की पिस्टल छीनकर भागने लगा. यूपी एसटीएफ की टीम उसका पीछा कर रही थी और विकास दुबे लगातार फायरिंग कर रहा था. यूपी एसटीएफ ने अपने बयान में बताया कि आत्मरक्षा में की गई फायरिंग में विकास दुबे को चार गोलियां लगीं और वह ढेर हो गया.

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