उन्नाव: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) जिले से दुष्कर्म पीड़िता के खुद को आग लगाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि पीड़िता न्याय के लिए काफी समय से भटक रही थी. पीड़िता ने एसपी ऑफिस के बाहर खुद को आग लगाई है. गंभीर रूप से झुलसी युवती को आनन फानन में फिलहाल जिला अस्पताल से कानपुर रेफर कर दिया गया है. 70 प्रतिशत तक झुलस चुकी पीड़िता हसनगंज कोतवाली की रहने वाली है.
जानकारी के मुताबिक युवती सुबह करीब 11 बजे उन्नाव एसपी कार्यालय पहुंची और अपने ऊपर केरोसिन छिड़कर आग लगा ली. जिसके बाद वहां खड़े लोगों में अफरा तफरी मच गई. घटना की जानकारी लगते ही एसपी विक्रांत वीर और पुलिस कर्मियों ने महिला पर मिट्टी डालकर आग पर काबू पाया और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उसे कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.
एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि युवती 23 साल की है और अविवाहित है. युवती का गांव के ही एक युवक से 10 साल से प्रेम संबंध चल रहे थे. शादी न करने पर पीड़िता ने 2 अक्टूबर को हसनगंज कोतवाली में मुख्य आरोपी अवधेश सिंह पर रेप का मुकदमा दर्ज कराया. इसके अलावा मुख्य आरोपी के भाई सर्वेश और भाभी रचना सिंह समेत 3 लोगों को सह आरोपी भी बनाया.
पीड़िता का आरोप है कि पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी ना कर उसे बचाने में जुटी रही. वहीं, 28 नवंबर को उसे हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे मिल गया.
उधर, घटना के बाद एसपी के आदेश पर हसनगंज पुलिस ने मुख्य आरोपी अवधेश सिंह को हिरासत में लिया है.