Saharanpur News : एक दिन पहले ही सहारनपुर पुलिस ने पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के घर 30 दिनों में कोर्ट में पेश होने को लेकर नोटिस चस्पा किया था. अब सहारनपुर पुलिस से बातचीत का वीडियो वायरल हो गया.
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नीना जैन/सहारनपुर : पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. रविवार को पुलिस ने पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के घर 30 दिनों में कोर्ट में पेश होने को लेकर नोटिस चस्पा किया था. एक दिन बाद सोमवार को पूर्व एमएलसी का वीडियो कॉल पर बात करते हुए एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वह विवेचक से बात करते दिख रहे हैं.
चार अप्रैल का बताया जा रहा वीडियो
वायरल वीडियो चार अप्रैल 2024 का बताया जा रहा है. इसमें वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से विवेचन के सामने हाजी इकबाल पेश हुए. इतना ही नहीं वीडियो में हाजी इकबाल सभी आरोपों को निराधार बता रहे हैं. बता दें कि थाना मिर्जापुर के सब इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह थाना मिर्जापुर में दर्ज मामले में विवेचन हैं. चार अप्रैल 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हाजी इकबाल उसे मामले में मिर्जापुर थाने के विवेचक के सामने पेश हुआ था.
राजनीतिक दबाव में लिखवाए गए मुकदमे
इसमें विवेचन उसका नाम तारीख दिन और स्थान के बारे में पूछ रहे हैं. हाजी इकबाल ने कहा कि वह मुकदमा दर्ज होने से एक साल पहले से ही बाहर हैं, उसे पर यह मुकदमे पॉलीटिकल प्रेशर में लिखवाए गए हैं. वह 7 अप्रैल 2022 से यूनिवर्सिटी के रिसर्च के काम से बाहर आया हुआ है. उसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया है. उसने कहा कि इस मामले से उसका कोई लेना देना नहीं है. आरोपी शाहनवाज और महबूब से भी कोई ताल्लुक न होने की बात कही है.
अमित जैन पर जानलेवा हमला का मामला
बता दें कि इन दोनों पर अमित जैन पर हमला करने का आरोप है. अमित जैन ने हाजी इकबाल पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. हाजी इकबाल का कहना है कि अमित जैन दूसरी पार्टी से ताल्लुक रखता है और उसकी इस बारे में किसी से बात नहीं हुई है, पॉलीटिकल प्रेशर में मामला दर्ज हुआ है. वह यूएई के अलबरसा शहर में है.
जेल में बंद दोनों बेटे निर्दोष
इतना ही नहीं हाजी इकबाल ने जेल में बंद अपने बेटों को भी निर्दोष बताया है. एसपी देहात ने बताया कि यह वीडियो 4 अप्रैल का है जिसमें कोर्ट के आदेश के बाद वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विवेचक के सामने पेश हुआ. उन्होंने बताया कि अभी फिलहाल 82 की कार्रवाई महिला थाने द्वारा की गई है. यदि हाजी इकबाल 30 दिन में पेश नहीं होता है तो उसके बाद कुर्की की कार्रवाई की जाएगी.
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