CM Yogi-OP Rajbhar Meet: सीएम योगी और ओपी राजभर की मुलाकात, बीजेपी-सुभासपा गठबंधन से पूर्वांचल की 8 लोकसभा सीटों पर मिलेगा बड़ा फायदा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1740145

CM Yogi-OP Rajbhar Meet: सीएम योगी और ओपी राजभर की मुलाकात, बीजेपी-सुभासपा गठबंधन से पूर्वांचल की 8 लोकसभा सीटों पर मिलेगा बड़ा फायदा

CM Yogi-OP Rajbhar Meet: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गुरुवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी (Varanasi) पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सर्किट हाऊस में सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) से मुलाकात की. 

 

CM Yogi-OP Rajbhar Meet

BJP-SBSP Alliance: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (CM Yogi and OP Rajbhar Meeting) के बीच देर रात वाराणसी के सर्किट हाउस के बंद कमरे में मुलाकात हुई. सीएम योगी और राजभर के बीच करीब 25 मिनट की बातचीत हुई. इस बात की पुष्टि सुभासपा के मुख्य प्रवक्ता व ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने की.  इस मुलाकात को लेकर सियासी सुगबुगाहट बढ़ गई है.  

जल्द हो सकता है गठबंधन का औपचारिक ऐलान 
अरुण राजभर ने लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से गठबंधन के संकेत दिये. अब अंतिम बैठक लखनऊ में होगी. उसके बाद गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो सकता है. इससे पहले ओपी राजभर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, डिप्टी सीएम समेत कई बड़े नेताओं से बेटे की शादी में मुलाकात कर चुके हैं. दरअसल, हाल ही में सुभासपा अध्यक्ष के बेटे अरुण की शादी हुई है. राजभर परिवार ने कई बड़ी हस्तियों को न्योता दिया था, जिसमें भाजपा-सपा समेत कई दलों के नेता पहुंचे थे. बेटे की शादी में भाजपा नेताओं के आगमन ने राजभर के नए सियासी गठबंधन की अटकलों को हवा दी थी. 

बीजेपी के लिए फायदेमंद होगा सुभासपा से गठबंधन 
बता दें कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड की कुछ सीटों पर राजभर समाज निर्णायक भूमिका में माना जाता है. खासकर वाराणसी, गाजीपुर की 8 लोकसभा सीटों और 30 विधानसभा सीटों पर राजभर वोट अच्छा खासा प्रभाव रखते हैं. लिहाजा लोकसभा चुनाव में मिशन 80 को साधने के लिए बीजेपी राजभर समाज के वोट बैंक को एक तरफा अपनी ओर खींचने के लिए सुभासपा से गठबंधन कर सकती है.

एक बार टूट चुका बीजेपी-सुभासपा का गठबंधन
गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में ओपी राजभर की पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी थी. यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद राजभर को योगी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया, लेकिन कुछ समय बाद 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद राजभर ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. वहीं, विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राजभर ने सपा से गठबंधन कर चुनाव के मैदान में उतरी थी. ओपी राजभर ने बीजेपी के खिलाफ चुनाव में काफी आक्रामक तेवर दिखाए थे और योगी सरकार को उखाड़ फेंकेन का दम भर रहे थे. हालांकि, सपा-सुभासपा का यह गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चला. जुलाई 2022 में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट गया था. 

Sonbhadra: सोनभद्र को सीएम योगी का तोहफा, 403 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण और शिलान्यास 

Varanasi: वाराणसी ने बैंकॉक की सीधी फ्लाइट शुरू, विमान कंपनी ने जारी किया शेड्यूल

WATCH: बृजभूषण शरण सिंह के आवास से संदिग्ध को लिया गया हिरासत में, क्या बड़ी साजिश हुई नाकाम

Trending news