Radha Rani Controversy: प्रदीप मिश्रा का प्रेमानंद महाराज को जवाब, कहा- जिस जिस महाराज को प्रमाण चाहिए, उनके लिए कुबरेश्वर धाम खुला
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Radha Rani Controversy: प्रदीप मिश्रा का प्रेमानंद महाराज को जवाब, कहा- जिस जिस महाराज को प्रमाण चाहिए, उनके लिए कुबरेश्वर धाम खुला

Radha Rani Controversy: राधा-रानी के जन्म और विवाह पर पंडित प्रदीप मिश्रा के प्रवचन से उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.  प्रेमानंद महाराज की नाराजगी पर प्रदीप मिश्रा चुप्पी तोड़ी है.

Radha Rani Controversy

Radha Rani Controversy: वृंदावन के  प्रेमानंद महाराज और सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के बीच राधा रानी के मायके और विवाह को लेकर छिड़ा विवाद शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा. पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधा को रावलपुर का बताया था. इस बयान पर प्रेमानंद महाराज ने एक 24 मिनट का वीडियो बनाकर लताड़ लगाई थी. इसके साथ ही कहा है कि हमारे ईस्ट पर सवाल उठाने वाले को नरक में जगह मिलेगी. प्रेमानंद महाराज के वीडियो पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने जवाब दिया है. साथ ही कहा कि कुछ लोगों ने आधा वीडियो चलाया है  उन्हें राधा रानी देख लेंगी. पंडित प्रदीप मिश्रा  राधा  रानी पर दिए गए बयान देने पर तमाम साधु-संतों के निशाने पर आ गए हैं. साधु उनसे माफी मांगने कि लिए कह रहे हैं.

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पंडित प्रदीप मिश्रा का प्रेमानंद को जवाब
राधारानी विवाद के बीच पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस विवाद पर कहा कि जो कुछ बोलूंगा प्रमाण से बोलूंगा, बिना प्रमाण के कुछ नहीं बोलूंगा. पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि जिन्होंने अपशब्द कहे हैं, उन्होंने पूरा वीडिया सही से सुना ही नहीं.जो वीडियो सोशल मीडिया पर चलाया गया है वह आधा अधूरा  है. यह वीडियो 14 साल पुराना है. कमलापुर में 14 साल पहले जो कथा कही थी, उसमें से वीडियो काटकर चलाया गया है. उस कथा में भगवान श्री कृष्ण के साथ राधा जी के विवाह का भी वर्णन किया है. इसमें आगे उन्होंने कहा कि बदनाम करने वालों ने मीरा तक को नहीं छोड़ा तो हमें क्या छोड़ेंगे. जो लोग अपशब्द कहते हैं, वे अपशब्द कहते रहेंगे, भगवान शिव की कथा चलती रहेगी. जिस जिस महाराज को प्रमाण चाहिए, उनके लिए कुबरेश्वर धाम खुला है और जिन लोगों ने आधी-अधूरी वीडियो चलाई है, उनको राधारानी और शिवजी देख लेंगे. 

उन्होंने कहा कि क्या प्रमाण चाहिए? जिसकी दृष्टि में सीहोर वाला बाबा खराब है, वह वैसा ही रहेगा.  जैसे मां जानकी प्रमाण देते-देते जमीन में चली गईं, ऐसा चाहते हैं दुनिया के लोग. ब्रह्मदेवर्थ पुराण, राधा रहस्य, गौर्य संप्रदाय से निकलने वाली किताब में प्रमाण हैं और मैंने उसी बात को दोहराया है.  ब्रज भूमि में राधा रानी के पति अनय घोष का मंदिर है. और कितना प्रमाण चाहिए? वह तो मेरी भी मां है.  मैंने इस व्यासपीठ पर बैठने से पहले राधा रानी की 51 परिक्रमाएं की हैं. 

जो कुछ बोलूंगा, प्रमाण के साथ बोलूंगा-पंडित प्रदीप मिश्रा
 मैं जो कुछ बोलूंगा, प्रमाण के साथ बोलूंगा। जिस-जिस महाराज को प्रमाण चाहिए, वह कुबेरेश्वर धाम आ जाएं, वह खुला पड़ा है। राधा नाम क्या होता है, यह मेरे सीहोर की एक-एक गली में जाकर पूछना.  राधारानी की मायके वाली बात पर अडिग हैं लेकिन उन्होंने कहा है कि राधारानी मेरी मां हैं और मैं उनकी चरणों का सेवक हूं. 

बदनाम करने की चाहत
कथावाचक पंडित मिश्रा ने कहा कि कुछ लोग शिवपुराण का विरोध करना चाहते हैं. प्रदीप मिश्रा का विरोध करना चाहते हैं। वो लोग राधा रानी की आड़ में बदनाम करना चाहते हैं.

कैसे उपजा विवाद
ओंकारेश्वर में शिव महापुराण के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी के पति का नाम अनय घोष और जन्मस्थली  बरसाना न होकर रावलगांव बताया था. राधा जी का विवाह छाता में हुआ था.  वह बरसाना की नहीं, रावल की रहने वाली थी.  फिर इसके बाद प्रेमानंद महाराज ने उन्हें खूब खरी खोटी सुनाते हुए धमकी भरे लहजे में कहा था कि राधा किशोरी बड़ी भोली-भाली हैं लेकिन उनके सेवक काल के भी काल महाकाल हैं. इसकी के बाद आरोप -प्रत्यारोप के दौर जारी हैं.

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