उत्तराखंड के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट में एक विदेशी नागरिक के पास सैटेलाइट फोन कहां से आया. आखिर वह सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल क्यों करना चाहता था. पुलिस इन बातों का पता लगाने में जुटी है.
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गणेश रायल/ऋषिकेश : उत्तराखंड के ऋषिकेश में विदेशी नागरिक से प्रतिबन्धित सैटेलाइट फोन बरामद होने पर हड़कंप मच गया. थाना डोईवाला में महिला निरीक्षक (CISF) एयरपोर्ट जॉलीग्रान्ट सुनीता सिंह की रिपोर्ट पर मुकदमा कर लिया गया है. 27 नवंबर को एयरपोर्ट जौलीग्रान्ट में स्क्रीनिंग चैंकिग में विदेशी नागरिक विक्टर सिमेनॉव (Victor Semenov) रूस के मॉस्को का रहने वाला है. उसके पास से प्रतिबन्धित सैटेलाइट फोन अवैध रूप से पाया गया.
इस पर चौकी प्रभारी जॉलीग्रान्ट द्वारा बरामद प्रतिबन्धित सैटेलाईट फोन व विदेशी नागरिक को हिरासत में लेकर धारा- 4/20 भारतीय टेलीग्राम एक्ट 1885 व 3/6 भारतीय बेतार तार यांत्रिकी अधिनियम 1933 बनाम विक्टर सिमेनॉव पंजीकृत किया गया. इसकी विवेचना चौकी प्रभारी जॉलीग्रान्ट को सौंपा गया है. वहीं विदेशी नागरिक को न्यायालय में पेश किया जा रहा है.
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सामान्य: लोग जिन मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं, उनमें नेटवर्क के लिए जगह जगह पर टावर लगाए जाते हैं. इससे आपके मोबाइल या स्मार्टफोन को बिना रुकावट के सिग्नल मिलता है. लेकिन ऐसी जगहों पर जहां मोबाइल टॉवर नहीं होते हैं, वहां सिग्नल मिलने में कठिनाई होती है. ऐसी जगहों में सैटेलाइट फोन काफी कारगर होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि सैटेलाइट फोन में सिग्नल सीधा सैटेलाइट से रिसीव होता है.