IPS असीम अरुण ने CM योगी के कहने पर किया VRS के लिए आवेदन, लड़ेंगे यूपी विधानसभा चुनाव?
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IPS असीम अरुण ने CM योगी के कहने पर किया VRS के लिए आवेदन, लड़ेंगे यूपी विधानसभा चुनाव?

असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 को यूपी के बदायूं जिले में हुआ. इनके पिता श्रीराम अरुण भी यूपी के तेज तर्रार आईपीएस अफसर रहे हैं. वह राज्य के डीजीपी भी रहे. असीम अरुण की मां शशि अरुण एक जानी मानी लेखिका हैं. 

उत्तर प्रदेश कैडर के 1994 बैच के इस आईपीएस अफसर ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर जारी बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है.

कानपुर: भारतीय निर्वाचन आयोग ने 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तारीखों का एलान कर दिया. यूपी विधानसभा की 403 सीटों के लिए 7 चरणों में मतदान संपन्न होंगे. उत्तर प्रदेश में 10, 14, 20, 23, 27 फरवरी, 03 मार्च और 7 मार्च को मतदान होंगे, 10 मार्च को नतीजे घोषित होंगे. इस बीच कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने एच्छिक सेवा निवृत्ति (Voluntary Retirement Scheme) के लिए आवेदन किया है. 

उत्तर प्रदेश कैडर के 1994 बैच के इस आईपीएस अफसर ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर जारी बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है. इसके बाद से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि असीम अरुण आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हो सकते हैं. इस बात की चर्चा है कि असीम अरुण को भाजपा उनके गृह जनपद बदायूं के किसी सीट या कन्नौज सीट से चुनाव लड़वा सकती है.

असीम अरुण ने अपने बयान लिखा, ''मैंने एच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं. मैं बहुत गौरवांवित अनुभव कर रहा हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा. मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं.''

असीम अरुण ने आगे लिखा, ''मैं प्रयास करूंगा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए गए तिलस्म कि सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं, आईपीएस की नौकरी और अब यह सम्मान, सब बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है. मैं उनके उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एवं सभी वर्गों के भाइयों और बहनों के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा.''

कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने आगे लिखा है, ''मैं समझता हूं कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता स्वर्गीय श्रीराम अरुण एवं माता स्वर्गीय शशि अरुण के पुण्य कर्मों के प्रताप के कारण ही मिल रहा है. मुझे केवल एक ही कष्ट है कि अपनी अलमारी के सबसे सुंदर वस्त्र, अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा. मैं साथियों से विदा लेते हुए वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा. आपको मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट. जय हिंद!''

असीम अरुण की गिनती देश के तेज तर्रार आईपीएस अफसरों में होती है
असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 को यूपी के बदायूं जिले में हुआ. इनके पिता श्रीराम अरुण भी यूपी के तेज तर्रार आईपीएस अफसर रहे हैं. वह राज्य के डीजीपी भी रहे. असीम अरुण की मां शशि अरुण एक जानी मानी लेखिका हैं. असीम अरुण ने अपनी शुरुआती शिक्षा लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल से प्राप्त की. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से B.Sc किया. वह लंबे समय तक यूपी एटीएस का हिस्सा रहे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा में तैनात एसपीजी टीम को भी असीम अरुण हेड कर चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने एनएसजी और सीबीआई में भी अपनी सेवाएं दी हैं.

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