लखीमपुर खीरी कांड: SIT ने फाइल की 5000 पन्नों की चार्जशीट, आशीष मिश्रा को बताया मुख्य आरोपी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1061744

लखीमपुर खीरी कांड: SIT ने फाइल की 5000 पन्नों की चार्जशीट, आशीष मिश्रा को बताया मुख्य आरोपी

तिकुनिया कांड को ​घटित हुए आज तीन महीने पूरे हो गए हैं. बीते वर्ष 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी केतिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित 8 लोगों की जान गई थी. 

 

लखीमपुर खीरी कांड की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम ने 5000 पन्नों की चार्जशीट सीजेएम कोर्ट में दाखिल कर दी है.

लखीमपुर: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्टूबर को हुए तिकुनिया हिंसा कांड (Tikunia Violence) मामले में एसआईटी (SIT) ने सोमवार को सीजेएम कोर्ट में 5000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी. चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मुख्य आरोपी बताया गया है. एसआईटी ने जो चार्जशीट सीजेएम कोर्ट में दाखिल की है उसमें एक नाम बढ़ा है.

 मंत्री टेनी के रिश्तेदार और पलिया ब्लॉक प्रमुख वीरेंद्र शुक्ला का नाम भी चार्जशीट में है. स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम को इस केस में पहली गिरफ्तारी होने के 90 दिन पूरे होने यानी कि तीन महीने में चार्जशीट दाखिल करनी थी. तिकुनिया कांड को ​घटित हुए आज तीन महीने पूरे हो गए हैं. बीते वर्ष 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी केतिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित 8 लोगों की जान गई थी. 

CM योगी के बाद केपी मौर्य का भी एलान, लड़ेंगे UP विधानसभा Chunav, जानिए संभावित सीट

देश की राजनीति की दशा और दिशा को प्रभावित करने वाले तिकुनिया कांड की घटना में केंद्रीय मंत्री के बेटे आरोपी हैं. मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से मीडिया की सुर्खियों में रहा है. इस केस में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत 13 आरोपी जिला कारागार में बंद हैं. आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी 10 अक्टूबर को हुई थी. उससे पहले 7 अक्टूबर को आशीष मिश्रा के करीबी लवकुश और आशीष पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया था. दोनों को 8 अक्टूबर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया था. 

पूर्व कांग्रेस सांसद अखिलेश दास के भतीजे हैं अंकित दास भी लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं. गौरतलब है कि 3 अक्टूबर 2021 को हुई इस घटना में 4 किसानों व एक स्थानीय पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत हुई थी. आशीष मिश्रा व उसके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने फायरिंग करते हुए तीन कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपनी गाड़ी से रौंद दिया. इसमें 4 किसानों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इसके बाद उग्र किसानों ने दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और उनमें बैठे तीन भाजपा कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया.

BJP MP का नड्डा को पत्र: कृष्ण की प्रेरणा से लिख रहा हूं, योगी जी को मथुरा से लड़ाएं

इसके बाद 4 अक्टूबर को तिकुनिया थाने में आशीष मिश्रा समेत कई अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. हालांकि बाद में एसआईटी की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि यह एक हादसा नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत हत्याकांड है. सीजेएम कोर्ट से परमिशन मिलने के बाद एसआईटी ने आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपियों पर हत्या और हत्या का प्रयास की धाराएं लगाईं. वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की एक अलग एफआईआर सुमित जायसवाल ने तिकुनिया थाने में दर्ज करवाई. इस मामले में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

WATCH LIVE TV

Trending news