नवरात्र से ठीक पहले जौनपुर के काजीहद गांव में लोग एक सूखे पेड़ की पूजा अर्चना कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि यह पेड़ तीन साल पहले गिर चुका था. लेकिन अचानक एक दिन उठ खड़ा हुआ.
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अजित सिंह/जौनपुर: जौनपुर (Jaunpur) नवरात्रि से ठीक एक दिन पहले अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां नेवढ़िया थाना अंतर्गत स्थित काजीहद गांव में तीन सालों से गिरा हुआ सूखा पेड़ अपने आप खड़ा हो गया. पीपल के पेड़ के खड़े होने की बात जंगल के आग की तरह फैल गई है. पीपल के पेड़ में भगवान वासुदेव और शनि महाराज का स्थान माना जाता है. इस कारण लोगों में कौतूहल बना हुआ है. लोग इस आश्चर्यजनक घटना को देखने पहुंच रहे हैं. वहीं गांव के लोगों ने पीपल के पेड़ के पास पूजा अर्चना करना भी शुरू कर दिया है.
तरह-तरह की चर्चाएं
गांव की बुजुर्ग महिला चंपा देवी ने बताया कि यह पेड़ 3 साल पहले गिर गया था, जिसके खेत में गिरा था, उसने जेसीबी लगाकर हटाना चाहा लेकिन जेसीबी पंचर हो गई. यह पीपल का पेड़ है जिसे सिर्फ जुलाहा ही लगाते हैं और वही काटते हैं. हम लोग उनकी पूजा करते हैं. इस पेड़ में बरम बाबा और पहलवान का निवास है. आज यह अपने आप अचानक खड़ा हो गया है. कहीं न कहीं इस में देवी शक्ति का निवास है. हम लोग पूजा-पाठ कर रहे हैं.
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लोग कह रहे हैं देवी का चमत्कार
3 साल पहले गिर चुके पेड़ के अचानक खड़ा होने से आस-पास के गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है. आखिर गिरा हुआ पेड़ कैसे खड़ा हो गया. लोग देवी का चमत्कार मान रहे हैं और श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगने लगा हैं. इस चमत्कार को देखकर लोग पूजा पाठ भी शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि यह चमत्कार है यहां पर एक मंदिर भी बनवाया जाए. फिलहाल सच क्या है यह तो किसी को नहीं पता लेकिन इस चमत्कार को देखकर गांव वाले पूजा पाठ करना शुरू कर दिए हैं.