संभल डीएम ने अपनाया सख्त रुख: प्रधान और ग्राम सचिव ने हड़प लिया गांव के विकास का पैसा, अब नहीं मिलेगी सैलेरी
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संभल डीएम ने अपनाया सख्त रुख: प्रधान और ग्राम सचिव ने हड़प लिया गांव के विकास का पैसा, अब नहीं मिलेगी सैलेरी

मौके पर कम कीमत की सोलर लाइट लगी मिली थीं, जिनके दाम जानकारी करने पर 9.5 हजार प्रति सोलर लाइट बताई गई. जबकि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव ने 22 हजार रुपये प्रति सोलर लाइट का भुगतान दर्शाया था...

संभल डीएम ने अपनाया सख्त रुख: प्रधान और ग्राम सचिव ने हड़प लिया गांव के विकास का पैसा, अब नहीं मिलेगी सैलेरी

सुनील सिंह/संभल: संभल में जिला पंचायत राज विभाग गांवों में कराए गए विकास कार्यों में भ्रष्टाचार कर 40 लाख की धनराशि हड़पने वाले आरोपी ब्लॉक कर्मियों और ग्राम प्रधानों से वसूली नहीं कर पा रहा है. लेकिन, अब भ्रष्टाचार के आरोपियों से सरकारी धन वापस लेने के लिए डीएम संजीव रंजन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. जिलाधिकारी संजीव रंजन ने भ्रष्टाचार के आरोपी ब्लॉक कर्मियों और ग्राम प्रधानों को आरसी जारी कर 40 लाख की धनराशि वसूले जाने के लिए डीपीआरओ को सख्त आदेश जारी किए हैं.

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स्थाई तौर पर रुकेगा वेतन 
संभल में 5 महीने पहले गांवों के विकास कार्यो में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा हुआ था. जिले की 8 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव पर विकास कार्यो में धांधली का आरोप है. इनके द्वारा 40 लाख की धनराशि हड़पे का मामला सामने आया था. विभाग की जांच में प्रधानों और सचिवों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप सही साबित हुए थे. इसके बाद जिलाधिकारी संजीव रंजन ने आदेश जारी कर आरोपी ग्राम प्रधान और ग्राम सचिवों से रकम वसूलने और और वेतन वृद्धि स्थाई तौर पर रोकने के आदेश जारी किए थे. लेकिन, जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद, 5 महीने बाद भी जिला पंचायत राज विभाग आरोपियों द्वारा हड़पी गई धनराशि की वसूली नहीं कर पाया है. 

आरोपी ग्राम प्रधान और सचिवों में मचा हड़कंप
5 महीने बाद भी धनराशि की वसूली न होने पर डीएम ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. संजीव रंजन ने ग्राम सचिवों और ग्राम प्रधानों को आरसी जारी कर विकास कार्यों में धांधली कर हड़पी गई 40 लाख की धनराशि वसूले जाने के आदेश दिए हैं. डीएम का आदेश जारी होने के बाद ग्राम सचिव और ग्राम प्रधानों ने हड़कंप मचा हुआ है. 

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जांच में नहीं मिले संपर्क मार्ग और टॉयलेट
दरअसल, संभल में विकास खंड बनिया खेड़ा, विकास खंड जुनाबई सहित जिले की 8 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने गांवो में ग्राम प्रधानों द्वारा कराए गए विकास कार्यो में बड़े पैमाने पर धांधली की शिकायतें की थीं. ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो में शिकायतें सामने आने पर जिलाधिकारी संजीव रंजन ने इन कार्रवाई के आदेश दिए थे. डीएम के आदेश पर इन 8 ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की जांच की गई तो आरोप सही पाए गए. जांच के दौरान अधिकांश ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के तहत बनवाए गए संपर्क मार्ग और टॉयलेट स्थलीय सत्यापन के दौरान मौके पर मिले ही नहीं. अन्य विकास कार्य भी मानक के अनुसार नहीं पाए गए थे. बनिया खेड़ा ब्लॉक के गांव बनियाखेड़ा में सोलर लाइट की खरीद में बड़ी धांधली सामने आई थी. 

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ज्यादा दाम बताकर कम कीमत की लाइटें लगाईं
मौके पर कम कीमत की सोलर लाइट लगी मिली थीं, जिनके दाम जानकारी करने पर 9.5 हजार प्रति सोलर लाइट बताई गई. जबकि ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव ने 22 हजार रुपये प्रति सोलर लाइट का भुगतान दर्शाया था. सभी 8 ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों की जांच करने के बाद प्रधान और ग्राम सचिव द्वारा विकास कार्यो में धांधली कर 40 लाख की धनराशि हड़पने की जानकारी मिली. ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में धांधली की शिकायतें जांच रिपोर्ट में सही पाए जाने के बाद जिलाधिकारी संजीव रंजन ने इन सभी से 40 लाख की धनराशि वसूलने और साथ ही आरोपी ग्राम सचिवों की वेतन वृद्धि स्थाई तौर से रोके जाने के निर्देश जारी किए थे.

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