Fake School Teachers: यूपी में 50 हजार फर्जी शिक्षक!, बेसिक शिक्षा विभाग को यूपी एसटीएफ ने सौंपी पहली लिस्ट
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Fake School Teachers: यूपी में 50 हजार फर्जी शिक्षक!, बेसिक शिक्षा विभाग को यूपी एसटीएफ ने सौंपी पहली लिस्ट

FakeTeachers in Uttar Pradesh : यूपी में फर्जी तरीके से स्कूल टीचर (Primary School Teacher) की नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों पर एसटीएफ (UP STF) शिकंजा कसेगी. प्राइमरी स्कूलों में बरसों से नौकरी कर रहे इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का खाका तैयार हो गया है.

Fake Teacher in Uttar Pradesh

Fake School Teachers in UP : यूपी में फर्जी तरीके से स्कूल टीचर (Primary School Teacher) की नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों पर एसटीएफ (UP STF) शिकंजा कसेगी. प्राइमरी स्कूलों में बरसों से नौकरी कर रहे इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का खाका तैयार हो गया है. एसटीएफ ने 28 जिलों के 235 फर्जी शिक्षकों की लिस्ट बेसिक शिक्षा विभाग (BSA DG) के महानिदेशक को भेजी है. इन सभी संदिग्धों की नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं. 

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत ये कदम उठाया गया है. बेसिक शिक्षा में हुई इन नियुक्तियों के फर्जीवाड़े की जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी. एसटीएफ की लिस्ट से बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

शिक्षक भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग (Solver Gang) , फर्जी दस्तावेज के आधार पर नियुक्तियों के तमाम केस हाल ही में सामने आए हैं. एसटीएफ अफसरों की मानें तो यूपी में लगभग 50 हजार फर्जी शिक्षक काम कर रहे हैं. ये शिक्षक सरकार से लगातार वेतन ले रहे हैं. एक तरफ जहां फर्जी तरीके से नियुक्त हुए शिक्षक सरकार के आर्थिक तंत्र को नुकसान पहुंचा रहे हैं वहीं योग्य उम्मीदवारों के हक पर डाका भी डाल रहे हैं. 

पिछले छह सालों में कसा शिकंजा
बेसिक स्कूलों में ऐसे शिक्षकों की संख्या सर्वाधिक है. 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद शिक्षकों की भर्ती में फर्जीवाड़े की जांच यूपी एसटीएफ को सौंपी गई थी. 6 साल में अभ तक एसटीएफ ने 318 फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई की है. इसमें से 37 फर्जी शिक्षकों को जेल भी भेजा जा चुका है. ऐसे 235 फर्जी शिक्षक और हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एसटीएफ ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से ब्योरा मांगा है. फर्जी शिक्षकों को लेकर विभाग में भी नाराजगी है. शिक्षक नेताओं का कहना है कि फर्जी शिक्षकों को विभाग के कुछ अधिकारियों का ही संरक्षण है. इससे उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही नहीं हो पा रही है. 

सबसे ज्यादा देवरिया के फेक टीचर
फर्जी शिक्षकों में सबसे ज्यादा 92 शिक्षक देवरिया के हैं. उसके बाद मथुरा में 41, बलिया में 16, संत कबीर नगर में 12, प्रतापगढ़ और जौनपुर में 11-11, गरखपुर में 10, कुशीनगर में 9, महाराजगंज में 6, सुल्तानपुर और बस्ती में 3-3, बलरामपुर, हमीरपुर, उन्नाव और गोंडा में 2-2, लखनऊ, आगरा, अलीगढ़, एटा, प्रयागराज, कौशांबी, मुरादाबाद, रायबरेली, अंबेडकरनगर, सोनभद्र, गाजीपुर, बदायूं और ललितपुर में 1-1 ऐसे शिक्षक हैं. बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से सभी जिलों के बीएसए से फर्जी शिक्षकों की जानकारी मांगी गई है. ब्योरा न देने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. 

 

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