स्थानीय लोगों का कहना है कि 12 जनवरी 1979 से पहले जब टावर को यहां नहीं लगाया गया था, तब सिग्नल आने में काफी परेशानी होती थी. लेकिन, जब प्रसार भारती द्वारा यह टावर ऊंचाई पर लगाया गया, तो टेलीविजन पर साफ चित्र आने लगे...
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उन्नाव: कई वर्षों से लोगों का मनोरंजन कर रहे उन्नाव जिले के अकरमपुर में स्थित दूरदर्शन टावर को प्रसार भारती ने 31 अक्टूबर से बंद करने का निर्णय लिया है. 230 मीटर ऊंचा यह टावर अपनी फ्रीक्वेंसी के जरिये उन्नाव, रायबरेली, हरदोई और कानपुर तक प्रसारण किया जाता था. लेकिन, अह इस टावर तक सिग्नल नहीं पहुंचेगा. अब जब इस टावर को बंद किया जा रहा है, तो यहां काम कर रहे 18 कर्मचारियों को दूरदर्शन निदेशालय ने अन्य दूरदर्शन केन्द्रों पर नियुक्त करने का फैसला लिया है. हालांकि, ये लोग किस विभाग में जाएंगे, अभी यह नहीं पता है.
1979 में लगाया गया था टावर
स्थानीय लोगों का कहना है कि 12 जनवरी 1979 से पहले जब टावर को यहां नहीं लगाया गया था, तब सिग्नल आने में काफी परेशानी होती थी. लेकिन, जब प्रसार भारती द्वारा यह टावर ऊंचाई पर लगाया गया, तो टेलीविजन पर साफ चित्र आने लगे. इससे स्थानीय लोगों का टेलीविजन देखना आसान हो गया और लोगों की दिलचस्पी भी बढ़ने लगी. बता दें, इस टावर के माध्यम से डीडी नेशनल (DD National) और डीडी न्यूज (DD News) चैनल्स का प्रसारण किया जाता था. बाद में डीडी लखनऊ (DD Lucknow) का प्रसारण भी इस टावर के माध्यम से होने लगा.
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लालकृष्ण आडवाणी ने किया था उद्घाटन
इस टावर का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसकी स्थापना तत्कालीन सूचना प्रसारण मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने की थी. इस टावर के हटने के बाद से लोगों के मनोरंजन का एक बड़ा साधन खत्म होने वाला है. अब जानकारों का कहना है कि अगर हम रिले को एफएम से जोड़ दें तो एंटरटेनमेंट का एक और साधन मिल जाएगा.
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