शहरों की हवा खराब होने की वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होना शुरू हो गई हैं. लोगों की आंखों में जलन होना, दम घुटना, दमा और टीबी के मरीजों की हालत नाजुक होना
Trending Photos
गौतमबुद्ध नगर: दीपावली तो पूरे देश में धूमधाम से मना ली गई, लेकिन त्योहार के बाद बचा सिर्फ धुआं-धुआं. दिवाली पर हुई आतिशबाजी से दिल्ली-एनसीआर की हवा में जहर घुल चुका है. इसकी वजह से एनसीआर के कई शहरों को 'डार्क रेड जोन' में रखा गया है. सरकार के सख्त निर्देशों को ध्यान में रखते हुए ग्रीन पटाखे ही बेचे गए और प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों और उसे बेचने वालों पर रोक लगाई गई. इसके बावजूद, आतिशबाजी में कोई कमी नहीं थी. यही वजह है कि बीते कुछ दिनों से आसमान में धुंध ही धुंध दिख रही है.
काशी अन्नपूर्णा मंदिर के कपाट फिर हुए बंद, 3 हजार भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद, मांगी ये मन्नत
ये शहर 'डार्क रेड जोन' में
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को गाजियाबाद में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 466 दर्ज किया गया. जबकि ग्रेटर नोएडा में 414, नोएडा में 461, बागपत में 445, बुलंदशहर में 433, हापुड़ में 445 मेरठ में 438 AQI दर्ज किया गया.
'महोत्सव' के रूप में मनाया जाएगा उत्तराखंड का राज्य स्थापना दिवस, जानें क्या है सरकार की प्लानिंग?
प्रदूषण की वजह से खराब हो रही सेहत
शहरों की हवा खराब होने की वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होना शुरू हो गई हैं. लोगों की आंखों में जलन होना, दम घुटना, दमा और टीबी के मरीजों की हालत नाजुक होना, ऐसी तमाम तरह की समस्याएं सामने आई हैं. छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर इस प्रदूषित हवा का ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है.
कोरोना से ग्रसित रहे और अस्थमा के मरीजों को हो रही दिक्कत
इस प्रदूषित हवा से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. खासकर उन लोगों को परेशानी हो रही है जो अस्थमा के मरीज हैं और जो बीते दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. क्योंकि इस वायरस ने सीधा लंग्स पर अटैक किया था जो अभी तक ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं.
WATCH LIVE TV