अब हिंदी में भी होगी MBBS की पढ़ाई, नहीं सताएगा अंग्रेजी का 'भूत'! छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ
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अब हिंदी में भी होगी MBBS की पढ़ाई, नहीं सताएगा अंग्रेजी का 'भूत'! छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ

सीएम योगी की तारीफ करते हुए एमपी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए योगी आदित्यनाथ सही कदम उठा रहे हैं. जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां कानून व्यवस्था बेहतर है.

अब हिंदी में भी होगी MBBS की पढ़ाई, नहीं सताएगा अंग्रेजी का 'भूत'! छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ

MBBS Course in Hindi: मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश में भी डॉक्टरी की पढ़ाई हिंदी में शुरू करने का फैसला लिया गया है. एमपी के स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सीएम योगी से मुलाकात कर इस विषय में चर्चा भी की है. वहीं, विश्वास सारंग ने ज़ी मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि एमपी ऐसा पहला राज्य होने जा रहा है, जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस बात का ऐलान पहले ही कर दिया था. अब एमपी के हेल्थ मिनिस्टर ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और इस बारे में बात की. अब योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह भी उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में शुरू करवाने जा रहे हैं. 

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सीएम योगी के 'बुलडोजर मॉडल' की तारीफ
योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर मॉडल पर विश्वास सारंग ने कहा कि कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए जो भी कदम उठाने चाहिए वह सब सीएम योगी उठा रहे हैं. जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां पर कानून व्यवस्था बेहतर है. मध्य प्रदेश में पहले से ही बुलडोजर चल रहा है.

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से होगी शुरुआत
गौरतलब है कि एमपी में गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल ऐसा पहला कॉलेज होगा, जहां एमबीबीएस के हिंदी पाठ्यक्रम की शुरुआत होगी. मंत्री ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अभी हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई शुरू की जाएगी. इसकी सफलता को देखते हुए बाद में इसे हायर लेवल पर लागू किया जाएगा. फिलहाल के लिए गांधी मेडिकल कॉलेज से इस कोर्स की शुरुआत की जाएगी. 

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किताबों का हुआ हिंदी में अनुवाद 
एमपी चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि एमबीबीएस के पहले साल की अंग्रेजी की तीन किताबें ली गईं, जो तीन स्थापित लेखकों द्वारा लिखी गई हैं. इन किताबों का हिंदी अनुवाद लगभग पूरा हो गया है. नए सत्र से अुवादित किताबें मेडिकल स्टूडेंट्स को मिल जाएंगी.

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