कांग्रेस को मंजूर नहीं बद्रीनाथ धाम का विकास, हरीश रावत बोले- प्राकृतिक बनावट से छेड़छाड़ ठीक नहीं
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand746184

कांग्रेस को मंजूर नहीं बद्रीनाथ धाम का विकास, हरीश रावत बोले- प्राकृतिक बनावट से छेड़छाड़ ठीक नहीं

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है, ''मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में भी कई बड़े दानदाता आए थे, जो इन धामों में काम करना चाहते थे. लेकिन उन्हें इनकार कर दिया गया था. इन आस्था स्थलों की पौराणिक महत्ता से भी गंभीर समझौता हो रहा है.''

बद्रीनाथ धाम. (File Photo)

देहरादून: बद्रीनाथ धाम के विकास को लेकर अब सियासत गरमा गई है. केंद्र की मोदी और राज्य की त्रिवेंद्र सरकार मास्टर प्लान के आधार पर बद्रीनाथ धाम का विकास करने जा रही, तो कांग्रेस उत्तराखंड के धामों के स्वरूप से छेड़छाड़ को लेकर विरोध में मुखर हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि धामों को पर्यटक स्थल नहीं बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हमारे देवी देवताओं को अमीरों के हवाले करना चाहती है. 

केदरानाथ धाम की तर्ज पर होगा बद्रीनाथ धाम का भी विकास
आपको बता दें कि मोदी सरकार केदारनाथ धाम की तर्ज पर ही बद्रीनाथ धाम को भी विकसित करने जा रही है. इसके लिए बकायदा मास्टर प्लान भी बनकर तैयार है, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों प्रेजेंटेशन भी देखा. इसी मास्टर प्लान के आधार पर बद्रीनाथ धाम के आसपास के क्षेत्रों का विकास किया जाएगा, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो. 

केदारनाथ के बाद अब बदरीनाथ धाम का भी होगा विकास, PM मोदी ने देखा मास्टर प्लान, 2025 पूरा होगा काम

धामों की प्राकृतिक बनावट में छेड़छाड़ मंजूर नहीं: हरीश रावत
लेकिन कांग्रेस की सोच दूसरी है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि इन स्थलों की अपनी पौराणिकता है, अपना एक इतिहास है. अगर इन स्थानों की प्राकृतिक बनावट में छेड़छाड़ कर वैकल्पिक निर्माण होंगे तो समाज और देश यह मंजूर नहीं करेगा. ये लोग खुद शंकराचार्य बन रहे हैं. हरीश रावत ने केदारनाथ धाम में चिनूक हेलीकॉप्टर के उतरने को लेकर भी सवाल उठाए.

''सरकार हमारे देवी-देवताओं को अमीरों के हवाले करना चाहती है''
उन्होंने कहा, ''केदारनाथ और बद्रीनाथ धामों को ठेकेदार पैराडाइज चारधाम यात्रा मार्ग की तरह बनाने की कोशिश हो रही है. इस पर एक बार फिर सारे उत्तराखंड को गहराई से मनन करने की जरूरत है. मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में भी कई बड़े दानदाता आए थे, जो इन धामों में काम करना चाहते थे. लेकिन उन्हें इनकार कर दिया गया था. भाजपा सरकार देवी देवताओं को अमीरों के हवाले करना चाहती है और इन आस्था स्थलों की पौराणिक महत्ता से भी गंभीर समझौता हो रहा है.''

WATCH LIVE TV

Trending news