वरुण गांधी का बयान बढ़ा सकता है बीजेपी की मुश्किलें, 'मनरेगा नहीं है असफल योजना'
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वरुण गांधी का बयान बढ़ा सकता है बीजेपी की मुश्किलें, 'मनरेगा नहीं है असफल योजना'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मरनेगा) योजना को गरीबी मिटाने के लिए "संप्रग की विफलता का जीता-जागता स्मारक’’ कहा था. 

फाइल फोटो

अहमदाबाद: बीजेपी सांसद वरुण गांधी एकबार फिर से बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करती नजर आ रहे हैं. दरअसल, बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने शुक्रवार को कहा कि मनरेगा एक 'अच्छी योजना' है और इसे असफल नहीं कह सकता. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मरनेगा) योजना को गरीबी मिटाने के लिए "संप्रग की विफलता का जीता-जागता स्मारक’’ कहा था. ग्रामीण इलाकों में रोजगार की गारंटी देने यह योजना यूपीए सरकार द्वारा लाई गई थी. 

मनरेगा असफल योजना नहीं है- वरुण गांधी
अहमदाबाद आईआईएम के छात्रों को संबोधित करते हुये सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) से बीजेपी सांसद ने कहा, ''वास्तव में मैं मनरेगा का समर्थन करता हूं. मुझे लगता है कि यह एक अच्छी योजना है. यह कहना गलत है कि यह योजना असफल है.'' गौरतलब है कि वरुण गांधी इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर कई बार चर्चा में बने रहे हैं. 2017 में बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने केंद्र सरकार से रोहिंग्‍या मुस्लिमों को शरण देने की अपील की थी. एक हिंदी दैनिक में लिखे लेख में वरुण ने भारत की समृद्ध परंपरा का हवाला देते हुए कहा था कि रोहिंग्‍या शरणार्थियों को यूं न ठुकराएं. 

रोहिंग्या शरणार्थियों का किया था समर्थन
इस बारे में वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था, ''रोहिंग्‍या के मामले में सहानुभूति दिखाई जानी चाहिए...हालांकि हर आवेदन की राष्‍ट्रीय सुरक्षा की चिंताओं के लिहाज से जांच होनी चाहिए.'' इसी तरह के एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंने कहा, ''मेरा ताजा आर्टिकल भारत की शरणार्थी पॉलिसी को परिभाषित करने पर केंद्रित है. इसमें स्‍पष्‍ट रूप से रेखांकित किया गया है कि हमको किस तरह शरणार्थियों को लेना चाहिए.'' हालांकि, पार्टी और सरकार से अलग वरुण गांधी का यह रुख सरकार को रास नहीं आया था. गृह राज्‍य मंत्री हंसराज अहीर ने इस मसले पर कहा था कि राष्‍ट्रीय हित सबसे पहले आना चाहिए. 

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