US Presidential Debate 2020: भारत के लिए ट्रंप ने क्यों दिया ऐसा बयान?
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US Presidential Debate 2020: भारत के लिए ट्रंप ने क्यों दिया ऐसा बयान?

अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव 2020 के आखिरी दौर की प्रेसिडेंशियल डिबेट में इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर चर्चा के दौरान भारत का नाम लिया है.

डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति.

नैशविल: नैशविल में चल रही अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव 2020 (US President Election 2020) के आखिरी दौर की प्रेसिडेंशियल डिबेट (US Presidential debate 2020) में राष्ट्रपति व रिपब्लिकन कैंडिडेट डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) ने डेमोक्रैटिक प्रतिद्वंदी जो बाइडेन (Joe Biden)  के एक सवाल के जवाब में एक बार फिर भारत का जिक्र किया है. इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन (Climate Change) पर चर्चा के दौरान भारत का जिक्र किया है. ट्रंप के इस बयान की चर्चा भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं के बीच होने की संभावना है.

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चीन और रूस से की तुलना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर एक चर्चा के दौरान कहा कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने और खासतौर पर कार्बन उत्सर्जन के मामले में अब अमेरिका का सबसे अच्छा रिकॉर्ड है. उन्होंने कहा कि चीन, रूस और भारत को देखो, ये देश कितने ‘गंदे’ हैं. ट्रंप ने कहा कि ‘वहां हवा गंदी थी.’ इसे ट्रंप की इन देशों में की गई पूर्व की यात्रा से जोड़कर भी देखा जा सकता है. ट्रंप के इस बयान की चर्चा भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं के बीच होने की संभावना है कि आखिर ट्रंप ने भारत को लेकर ऐसा बयान क्यों दिया, जबकि उन्होंने भारत यात्रा की जमकर तारीफ की थी.

ट्रंप अपने रुख पर कायम
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप जलवायु परिवर्तन पर अपने भद्दे विचारों के लिए जाने जाते हैं. उनकी निगरानी में ही, अमेरिका पेरिस समझौते से पीछे हट गया. ट्रंप का यह मानना रहा है कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में अमेरिका को जलवायु परिवर्तन पर अधिक बोझ उठाने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए. राष्ट्रपति चुनाव की बहस के दौरान भी वह अपने इसी रुख को दोहराते हुए दिखाई दिए.

पेरिस समझौते से हटने को सही ठहराते हुए ट्रंप ने कहा, पेरिस समझौते में अमेरिका के खरबों डॉलर खर्च होने वाले थे, हमारे साथ बहुत ही गलत व्यवहार किया जा रहा था इसलिए हम पीछे हट गए. पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने कहा कि इस समझौते को करने वालों की गलती थी. इसके जरिए पिछली सरकारें हमारे व्यवसायों को खत्म करना चाहती थीं.

जो बाइडेन का पक्ष
इस मुद्दे पर जो बाइडेन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग मानवता के 'अस्तित्व के लिए खतरा' हैं. इससे निपटने के लिए सभी की नैतिक जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि वह अपनी जलवायु योजना पर बोर्ड में पर्यावरण संगठनों और श्रम दोनों को बढड़ावा देने में सक्षम हैं. बाइडेन ने दावा किया कि उनकी योजनाएं ट्रम्प की तुलना में अधिक नौकरियां पैदा करेंगी.

बता दें कि इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका चुनाव के दौरान भारत का जिक्र कर चुके हैं. इससे पहले ट्रंप ने कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर भारत से अमेरिका की तुलना करते हुए कहा था कि भारत में हर रोज हजारों लोग कोरोना से जान गंवा रहे हैं.

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