वरुण गांधी का रुख सरकार से अलग, बोले- रोहिंग्‍या मुस्लिमों को न ठुकराएं
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वरुण गांधी का रुख सरकार से अलग, बोले- रोहिंग्‍या मुस्लिमों को न ठुकराएं

पार्टी और सरकार से अलग वरुण गांधी का यह रुख हालांकि सरकार को रास नहीं आया है. गृह राज्‍य मंत्री हंसराज अहीर ने इस मसले पर कहा कि राष्‍ट्रीय हित सबसे पहले आना चाहिए.

वरुण गांधी सुल्‍तानपुर से बीजेपी सांसद हैं.(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने केंद्र सरकार से रोहिंग्‍या मुस्लिमों को शरण देने की अपील की है. एक हिंदी दैनिक में लिखे लेख में सुल्‍तानपुर सांसद वरुण गांधी ने भारत की समृद्ध परंपरा का हवाला देते हुए कहा- रोहिंग्‍या शरणार्थियों को यूं न ठुकराएं. इस बारे में वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ''रोहिंग्‍या के मामले में सहानुभूति दिखाई जानी चाहिए...हालांकि हर आवेदन की राष्‍ट्रीय सुरक्षा की चिंताओं के लिहाज से जांच होनी चाहिए.'' इसी तरह के एक अन्‍य ट्वीट में उन्‍होंने कहा, ''मेरा ताजा आर्टिकल भारत की शरणार्थी पॉलिसी को परिभाषित करने पर केंद्रित है. इसमें स्‍पष्‍ट रूप से रेखांकित किया गया है कि हमको किस तरह शरणार्थियों को लेना चाहिए.'' 

  1. देश में 40 हजार रोहिंग्‍या मुसलमान 
  2. केंद्र सरकार ने अवैध प्रवासी बताया
  3. सुल्‍तानपुर से बीजेपी सांसद हैं वरुण

पार्टी और सरकार से अलग वरुण गांधी का यह रुख हालांकि सरकार को रास नहीं आया है. गृह राज्‍य मंत्री हंसराज अहीर ने इस मसले पर कहा कि राष्‍ट्रीय हित सबसे पहले आना चाहिए. इससे पहले केंद्र सरकार ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि रोहिंग्‍या मुसलमान अवैध प्रवासी हैं. उसने कोर्ट से यह भी कहा कि यह नीतिगत मसला है और कोर्ट को इसमें दखलंदाजी नहीं देनी चाहिए.

यह भी पढ़ें: रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी नहीं, अवैध प्रवासी हैं: राजनाथ सिंह

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पिछले दिनों कहा कि रोहिंग्या शरणार्थी नहीं है और ना ही उन्होंने शरण ली है. वे अवैध प्रवासी हैं. इसके साथ ही कहा कि जब म्‍यांमार, रोहिंग्या समुदाय के लोगों को वापस लेने के लिए तैयार है तो कुछ लोग उनके निर्वासन पर आपत्ति क्यों जता रहे हैं. उल्‍लेखनीय है कि म्‍यांमार से पलायन कर भारत आने वाले रोहिंग्‍या मुसलमानों के बारे में गृह मंत्री ने यह बात कही. एक आंकड़े के मुताबिक इस वक्‍त देश में तकरीबन 40 हजार रोहिंग्‍या समुदाय की उपस्थिति है. इनको देश में शरणार्थी के रूप में शरण दिए जाने की मांग भी हो रही है. 

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