भारतीय वायुसेना 'गगन शक्ति' अभ्यास कर रही है, जिसके अंतर्गत वे उड़ान के दौरान आकाश से जमीन पर उतरे.
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नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने उड़ान के दौरान हवा से जमीन पर उतरने का अभ्यास किया. वीडियो में दिखाया गया है कि विमान में बैठे सेना के जवान कैसे एक के बाद एक पैराशुट की मदद से नीचे उतरते हैं. समाचार एजेंसी एएनआई ने इसका वीडियो जारी किया है. दरअसल भारतीय वायुसेना 'गगन शक्ति' अभ्यास कर रही है, जिसके अंतर्गत उन्होंने हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी और फिर अभ्यास के दौरान आकाश से जमीन पर उतरे. इससे पहले एख वीडियो में दिखाया गया था कि कैसे वायुसेना ने लड़ाकू विमान में हवा में ही ईंधन भरने की प्रक्रिया को अंजाम दिया.
#WATCH Indian Air Force conducted battalion level air drop as part of exercise 'Gagan Shakti' from Hindon airbase pic.twitter.com/3a1CJ4wuD8
— ANI (@ANI) April 15, 2018
VIDEO: एयर फोर्स ने दिखाई ताकत, हवा में उड़ान के दौरान भरा फ्यूल
भारतीय वायु सेना ने अपनी ताकत दिखाते हुए हवा में ही ईंधन भरने का प्रदर्शन किया. इस दौरान एक लड़ाकू विमान हवा में उड़ान भर रहा है, जबकि एक अन्य विमान के माध्यम से उसमें ईंधन डाला जा रहा है. यह वायु सेना के लिए एक शानदार उपलब्धि है क्योंकि इससे विमान को ज्यादा समय तक हवा में उड़ाया जा सकेगा और आपातकाल के दौरान उसमें हवा में ही फ्यूल भरने की प्रक्रिया पूरी हो सकेगी. इससे पहले तक विमान में ईंधन भरने के लिए उसे जमीन पर उतरना पड़ता था.
#WATCH Indian Air Force aircraft displays air to air refueling capabilities pic.twitter.com/5coBTuamvC
— ANI (@ANI) April 14, 2018
रक्षा प्रदर्शनी में भारतीय-रूसी कंपनियों ने किए सात करार
वहीं दूसरी ओर भारतीय और रूसी कंपनियों ने चेन्नई में चल रही रक्षा प्रदर्शनी के दौरान बीते 13 अप्रैल को सात करार पर हस्ताक्षर किये. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रदर्शनी का औपचारिक उद्घाटन किया था. एक बयान में बताया गया कि एलएंडटी ने भारतीय नौसेना के लिए समु्द्र के अंदर काम करने वाले यंत्र बनाने के लिए रूस की रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के साथ करार किया. इसके अलावा अनंत टेक्नोलॉजीज ने रक्षा प्रणालियां विकसित करने, कल-पुर्जे बनाने और इनके रख-रखाव संबंधी सेवाएं मुहैया कराने के लिए जेएससी कंसर्न रेडियो-इलेक्ट्रॉनिक टेक्नोलॉजीज के साथ करार किया. अनंत टेक्नोलॉजीज ने भारतीय सेना के टी 90 एस एवं टी 72 टैंकों के लिए प्रौद्योगिकी एवं ढुलाई समाधान के लिए रिसर्च एंड प्रॉडक्शन कॉर्पोरेशन यूरालवैगनजावोद के साथ भी करार किया.
(इनपुट एजेंसी से भी)