विनेश ने कहा, ‘हमने तीन-चार महीने इंतजार किया लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो हम जंतर-मंतर आ गए. जब हम खेल मंत्री से मिले तो महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं को साझा किया. लड़कियां उनके सामने रो रही थीं लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं हुई. खेल मंत्री ने एक पैनल बनाकर मामले को फिर से दबाने की कोशिश की. हमने इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाने की कोशिश की लेकिन इस मामले को हमेशा दबा दिया गया.’
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दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रही पहलवान विनेश फोगाट ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों को दबाने का आरोप लगाया है. फोगाट का आरोप है कि अनुराग ठाकुर ने ठोस कार्रवाई करने के बजाय ओवरसाइट पैनल बनाकर मामले को दबाने की कोशिश की. दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवान बीजेपी सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
फोगाट ने कहा, नेशनल कैंप के दौरान 2 बार यौन उत्पीड़न के मामले सामने आए थे लेकिन WFI इन मामलों को दबाने में सफल रहा. उन्होंने कहा कि खेल मंत्री के आश्वासन पर खिलाड़ियों ने अपना विरोध वापस ले लिया था जिसके बाद मामलें में जांच के लिए 5 लोगों के पैनल का गठन किया गया था, लेकिन सिर्फ पैनल बनाकर छोड़ दिया गया.
विनेश ने कहा, ‘2012 के नेशनल कैंप के दौरान यौन उत्पीड़न की शिकायत पुलिस में दर्ज की गई थी. लेकिन उस मामले को भी 24 घंटे के भीतर दबा दिया गया. इसके बाद 2014 में गीता फोगाट के ट्रेनर रहे एक फिजियोने भी इसी तरह का मामला उठाया, लेकिन उन्हें भी 24 घंटे के अंदर कैंप से बाहर कर दिया गया. उस दिन से उनकी पत्नी किसी भी खेल प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकीं.’
उन्होंने कहा, ‘हमने अपना विरोध शुरू करने से पूर्व तीन महीने पहले एक सरकारी अधिकारी को सब कुछ समझाया था कि कैसे यौन उत्पीड़न हो रहा था और कैसे महिला पहलवानों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. खिलाड़ियों को ऐसी स्थिति में धकेला जा रहा था जहां वे अपनी जिंदगी के साथ कुछ भी कर सकती थीं.’
विनेश ने कहा, ‘हमने तीन-चार महीने इंतजार किया लेकिन जब कुछ नहीं हुआ तो हम जंतर-मंतर आ गए. जब हम खेल मंत्री से मिले तो महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं को साझा किया. लड़कियां उनके सामने रो रही थीं लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं हुई. खेल मंत्री ने एक पैनल बनाकर मामले को फिर से दबाने की कोशिश की. हमने इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाने की कोशिश की लेकिन इस मामले को हमेशा दबा दिया गया.’
उन्होंने कहा, ‘हमें खेल खेलना था. हमारा करियर, जीवन दांव पर था और इसलिए हम पर्याप्त साहस नहीं जुटा सके. अब हम अपने करियर में ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं जहां हम बोल सकते हैं. एक शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होना आसान नहीं है.’ विनेश ने यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस अपना काम ठीक से नहीं कर रही है.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)
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