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नई दिल्ली: बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से और पूर्वोत्तर राज्यों में अगले 4-5 दिनों तक भारी बारिश (Rain) होने की संभावना है. कई राज्यों में बारिश मौसम सुहावना कर रही है तो कहीं लोगों की परेशानी का सबब बन रही है. दिल्ली सहित उत्तर पश्चिमी भारत में भले एक हफ्ते बाद मॉनसून आएगा, लेकिन आज हुई हल्की बारिश ने यूपी और दिल्ली के कुछ इलाकों का मौसम ठंडा कर दिया है. तो चलिए आपको बताते हैं कि कहां-कहां बारिश का संभावना है?
दिल्ली में हुई बारिश (Rain in Delhi) के बाद पड़ोसी राज्यों में मौसम ठंडा हो गया है और हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में हल्की धूप निकलेगी. इसके अलावा राजस्थान, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर बारिश की संभावना है. वहीं उत्तराखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार बारिश होगी.
दिल्ली के कई इलाकों में बारिश (Rain in Delhi) हुई है, जिसके बाद मौसम बदल गया है. दिल्ली में पिछले कई दिनों से गर्मी और उमस के कारण लोग परेशान थे, अब लोगों को थोड़ी राहत मिली है. शास्त्री भवन से लेकर फिरोज शाह कोटला स्टेडियम तक हर जगह लोग इस बारिश से काफी खुश नजर आए.
एक तरफ जहां दिल्ली की बारिश ने मौसम बदल दिया है, वहीं बंगाल में बारिश से हालात खराब हैं. कई जगहों पर पानी भर गया है और सड़कें लबालब हो गई हैं. पश्चिम बंगाल का बांकुरा वेनिस की तरह दिखाई दे रहा है. बंगाल के कुछ इलाकों में तो इस बारिश ने मौसम को ठंडा किया है, लेकिन जलजमाव ने कई लोगों की लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. कोलकाता के लेक गार्डन इलाके में बारिश के बाद सड़क पर पानी भर गया और ट्रैफिक बुरी तरह से प्रभावित हो गई.
बिहार के सासाराम में लगातार बारिश से कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है. यहां अस्पताल में भी पानी भर गया, जिससे मरीजों और उनके परिवार वालों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
बारिश के साथ ही पुल टूटने और भूस्खलन होने से कई जगहों पर लोग फंस गए. जहां उत्तराखंड में टूटे हुए मलारी हाई वे का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है तो वहीं हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति में भी बारिश के कारण भूस्खलन हो गया, जिसमें कई लोग फंस गए. प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद इन लोगों का रेस्क्यू किया गया.
नेपाल में भारी बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है. नदी नाले सभी उफान पर हैं, जिसे देखकर लोगों में डर का माहौल है. मूसलाधार बारिश और नदियों में उफान के चलते 7 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग लापता हैं. तीन दिन से लगातार बारिश जारी है, जिससे राहत और बचाव का काम भी शुरु नहीं हो पा रहा. सभी सात लोगों की मौत मेलम्ची नदी में बाढ़ आने से हुई है.
नेपाल के पहाड़ी इलाकों और भारत के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से उत्तर प्रदेश के महराजगंज की सभी नदियां उफान पर हैं. गंडक, प्यास और चंदन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. भरवाहिया नाले पर मरम्मत किया गया तटबंध फिर टूट गया है, जिससे लक्ष्मीपुर गांव में पानी घुस गया है. पुलिस चौकी भी पानी में डूब गई है. पुलिसकर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं प्रशासन का कहना है कि वो हालात पर नजर बनाए हुए है.
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती के जमुनहा इलाके के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जलस्तर घुटनों तक पहुंच गया है और फसल चौपट हो गई है. मल्हीपुर से भिनगा हेडक्वार्टर जाने का रास्ता भी बंद हो गया है. सिरसिया जाने वाले पुल के ऊपर से पानी तेज बहाव में बह रहा है. गांव वाले बाढ़ के तेज पानी में मवेशियों को सुरक्षित स्थानों की तरफ ले जा रहे हैं. हालांकि राहत की बात ये है कि बैराज के जलस्तर में मामूली कमी आई है.
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