Purnesh Modi: वो शख्स, जिनकी याचिका Rahul Gandhi के लिए बनी मुसीबत, मिली दो साल जेल की सजा
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Purnesh Modi: वो शख्स, जिनकी याचिका Rahul Gandhi के लिए बनी मुसीबत, मिली दो साल जेल की सजा

Who is Purnesh Modi: साल 2019 में कर्नाटक में राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि 'सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?' लेकिन क्या आप उस शख्स को जानते हैं, जिसने राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. चलिए आपको बताते हैं. यह शख्स हैं, पूर्णेश मोदी, जो गुजरात में बीजेपी के विधायक हैं. 

Purnesh Modi: वो शख्स, जिनकी याचिका Rahul Gandhi के लिए बनी मुसीबत, मिली दो साल जेल की सजा

Surat Court on Rahul Gandhi: मानहानि मामले में सूरत की एक अदालत ने गुरुवार को मोदी सरनेम पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल कैद की सजा सुनाई है. 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में उन्हें यह सजा सुनाई गई है. हालांकि राहुल को कोर्ट से जमानत मिल गई है और उनकी सजा के अमल पर 30 दिनों तक के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता फैसले को चुनौती दे सकें.

क्या था राहुल का बयान

साल 2019 में कर्नाटक में राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि 'सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?' लेकिन क्या आप उस शख्स को जानते हैं, जिसने राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. चलिए आपको बताते हैं. यह शख्स हैं, पूर्णेश मोदी, जो गुजरात में बीजेपी के विधायक हैं. 22 अक्टूबर 1965 को सूरत में जन्मे पूर्णेश मोदी सूरत पश्चिम से विधायक हैं. उन्होंने बी.कॉम एलएलबी की पढ़ाई की है. विधायक होने के साथ-साथ वह अधिवक्ता भी हैं.

सूरत के अदजान इलाके में पूर्णेश अपने परिवार के साथ ही रहते हैं. 13वीं विधानसभा यानी साल 2013-17 के उपचुनाव में जीतकर वह विधानसभा पहुंचे थे. उस वक्त विधायक किशोर भाई का निधन हो गया था. इसके बाद वहां उपचुनाव हुए और बीजेपी ने पूर्णेश मोदी को टिकट दिया, जिसके बाद उन्होंने जीत हासिल की. 

2017 में फिर मिला टिकट

साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने दोबारा पूर्णेश को मौका दिया. उनको एक बार फिर जीत मिली. सूरत पश्चिम सीट पर  सूरत वासियों का दबदबा है. वह 12 अगस्त 2016 से 25 दिसंबर 2017 तक गुजरात सरकार की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण समिति के सदस्य के तौर पर संसदीय सचिव रहे. वह सूरत नगर निगम के नगरसेवक भी रह चुके हैं. साल 2009-12 और 2013-16 में उन्होंने बीजेपी नगर भाजपा की कमान संभाली. साल 2000-05 तक वह निगम में सत्ताधारी बीजेपी के नेता थे. गौरतलब है कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पूर्णेश को 1 लाख 11 हजार 615 वोट हासिल हुए थे. उनके प्रतिद्वंदी इकबाल दाऊद पटेल को 33 हजार 733 वोटों से ही संतोष करना पड़ा. 

क्या बोली कांग्रेस?

सूरत कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने कहा कि पार्टी कानून के तहत लड़ाई लड़ेगी और अदालत के इस फैसले को गुजरात हाई कोर्ट में चुनौती देगी. राहुल ने फैसले के तुरंत बाद ट्वीट किया, 'मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन-- महात्मा गांधी.'

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