Samrat Chaudhary: सिर पर 'कसम' वाला साफा, रौबदार अंदाज...कौन हैं बिहार के नए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी
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Samrat Chaudhary: सिर पर 'कसम' वाला साफा, रौबदार अंदाज...कौन हैं बिहार के नए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

Bihar New Government: सम्राट चौधरी ने साल 1990 में सक्रिय राजनीति में एंट्री ली थी और महज 9 साल में वह बिहार की तत्कालीन राबड़ी देवी  सरकार में कृषि मंत्री बन गए. लेकिन उनकी कम उम्र पर काफी विवाद हुआ और बाद में उनको अयोग्य ठहरा दिया गया. 

Samrat Chaudhary: सिर पर 'कसम' वाला साफा, रौबदार अंदाज...कौन हैं बिहार के नए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

BJP-JDU Alliance: नीतीश कुमार ने महागठबंधन और I.N.D.I.A गठबंधन को झटका देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बीजेपी के साथ नया गठबंधन और नई सरकार बनाने का फैसला लिया है. उनकी सरकार में दो डिप्टी सीएम होंगे- सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा. 16 नवंबर 1968 को मुंगेर के लखनपुर गांव में जन्मे सम्राट चौधरी उर्फ राकेश कुमार बिहार के बड़े नेता रह चुके शकुनी चौधरी के बेटे हैं. कुशवाहा (ओबीसी) समाज के बड़े नेता सामने जाने वाले शकुनी चौधरी की विरासत को अब उनके बेटे सम्राट चौधरी आगे ले जा रहे हैं. उनकी माता पार्वती देवी भी तारापुर क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं. सम्राट चौधरी की कहानी हम आपको बताएंगे लेकिन उनसे जुड़ा एक किस्सा पहले सुन लीजिए. जिस नीतीश सरकार में वह डिप्टी सीएम बनेंगे, उसी को लेकर एक बार उन्होंने कहा था कि जब तक नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी से नहीं हटा दूंगा, तब तक सिर से साफा नहीं उतारूंगा. 

1990 में ली थी सियासत में एंट्री

खैर राजनीति में बयान तो आते जाते रहते हैं. सम्राट चौधरी ने साल 1990 में सक्रिय राजनीति में एंट्री ली थी और महज 9 साल में वह बिहार की तत्कालीन राबड़ी देवी  सरकार में कृषि मंत्री बन गए. लेकिन उनकी कम उम्र पर काफी विवाद हुआ और बाद में उनको अयोग्य ठहरा दिया गया. साल 2000 और 2010 में वह परबत्ता विधानसभा से विधायक चुने गए. इसी साल उनको विपक्षी पार्टी का चीफ व्हिप बना दिया गया. साल 2014 में वह बिहार सरकार में शहरी विकास और हाउसिंग डेवेलपमेंट मंत्री रहे.  साल 2014 में जब लोकसभा चुनावों में हार मिली तो नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया. उस वक्त सम्राट चौधरी ने आरजेडी का साथ छोड़ दिया और वह जीतन राम मांझी की कैबिनेट में शामिल हो गए. 

54 साल के सम्राट चौधरी ने साल 2018 में आरजेडी छोड़कर बीजेपी का दामन थामा. बीजेपी में आने के बाद उनका सियासी करियर तेजी से आगे बढ़ा और 27 मार्च 2023 को आलाकमान ने बिहार बीजेपी अध्यक्ष का पदभार सौंप दिया. प्रभावशाली परिवार से आने वाले सम्राट चौधरी लगातार तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार पर हमला करते रहे हैं.  

बीजेपी के लिए क्यों जरूरी हैं सम्राट

बिहार की सियासत समीकरणों पर चलती है. कुशवाहा समाज का राज्य में वोट 7-9 परसेंट के बीच है. यादव जाति के बाद बिहार में सबसे ज्यादा वोटर कुशवाहा समाज के ही हैं. हाल ही में बिहार में हुए जातीय सर्वे की माने तो राज्य में अति पिछड़ा वर्ग 36 परसेंट और अन्य पिछड़ा वर्ग 27 फीसदी है. अगर इन दोनों को मिला दिया जाए तो यह 63 परसेंट हो जाता है. राज्य में सरकार बनाने और लोकसभा में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए कुशवाहा समाज को साधना बीजेपी के लिए बेहद अहम है. पार्टी ने सम्राट चौधरी को डिप्टी सीएम बनाकर यही मैसेज देने की कोशिश की है. 

नीतीश सरकार में कौन-कौन लेंगे शपथ

1. नीतीश कुमार - JDU मुख्यमंत्री 2. सम्राट चौधरी - BJP उपमुख्यमंत्री 3. विजय सिन्हा - BJP उपमुख्यमंत्री 4. प्रेम कुमार - BJP 5. विजय चौधरी - JDU 6. विजेंद्र यादव - JDU 7.श्रवण कुमार -JDU 8. संतोष सुमन  HAM 9. सुमित सिंह - निर्दलीय सूत्र

 

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